जहां बात आती है ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल्स या वेब न्यूज़ मीडिया की वहीं सबके जेहन में खाने और गिफ्ट के लालची लोगों का चेहरा घूमने लगता है। पर आज जिनके बारे में हम बात करने जा रहे हैं वे अपने आप में शख्सियत हैं और पूरे शहर में उनका और उनके न्यूज़ पोर्टल का डंका बजता है।

खाऊ-पिऊ लोगों ने अपने-अपने पोर्टल खोलकर लोगों को बेवकूफ बनाना चालू किया हुआ है। लेकिन इनसे भी पहले असली पत्रकार ऑनलाइन पोर्टल्स की दुनिया में आये थे और उनके कदम रखते ही आधा शहर हिल गया था।
यह पत्रकार आपको किसी इवेंट में खाने की लाइन या गिफ्ट लेते हुए कभी भी नहीं मिलेंगे। इनको अपने काम और खबर से मतलब होता है। किसी की महारथ पॉलिटिकल क्षेत्र में है, किसी की क्राइम में तो किसी की पूरे पंजाब में पकड़ है। इनका काम इतना शानदार है कि प्रशासन और सांसद तक इनके आगे झुक जाते हैं।

पॉलिटिकल दुनिया के बादशाह की बहादुरी

एक ऐसे धाक्कड़ पत्रकार हैं जो पहले प्रिंट मीडिया में राजनीति कवर किया करते थे और कुछ वर्षों पहले उन्होंने ऑनलाइन पॉर्टल की दुनिया में कदम रखा। उनका पोर्टल पॉलिटिक्स की एक्सक्लूसिव खबरों के लिए मशहूर है। इतना ही नहीं यह पत्रकार किसी भी संसद का नाम लिखने या उनके कारनामे दुनिया के सामने लाने से नहीं डरते हैं। इसलिए ही शहर की एक सांसद ने उनके पोर्टल को घटिया पोर्टल कहकर संबोधित किया था। इतना ही नहीं चंडीगढ़ प्रशासन के पीआर डिपार्टमेंट की पूरी पोल खोलने में भी इनका बहुत बड़ा हाथ रहा था। यह सच्चाई लिखने से कभी नहीं घबराते।

खबरें ब्रेक करने में माहिर पोर्टल

एक और ऐसा पोर्टल है जिसके कर्ता-धर्ता पहले देश के सबसे बड़े अख़बार में काम किया करते थे। वे अंग्रेज़ी हो या हिंदी, हर तरह की ख़बर ब्रेक करने के माहिर हैं। इनका बेटा एक लीडिंग अखबार में क्राइम रिपोर्टर के तौर पर कार्यरत है। इतनी उम्र होने के बाद भी लिखने और खबरें ब्रेक करने में इनको कोई मात नहीं दे सकता है।

पंजाब में चलता है इनका नाम

इस पोर्टल और इसके मालिक को कौन नहीं जानता है। पिछले 10 वर्षों से पंजाब में टॉप पर चल रहे इस पोर्टल को पंजाब से मान्यता तक प्राप्त है। यह अंग्रेज़ी और पंजाबी दोनों भाषाओं में चलता है और लोग इस पर अपनी खबरें और एड लगवाने के लिए तरसते हैं। इतना ही नहीं नकली पोर्टल वाले इनसे जलते तक हैं।

वर्ल्ड विजडम न्यूज़ की और से इन पत्रकारों को सलाम है जिन्होंने पत्रकारिता की लाज को बचाए रखा है और नकली पोर्टल्स की तरह केवल खाना, गिफ्ट या स्टार्स के साथ सेल्फी के लिए कभी न्यूज़ पोर्टल्स का नाम इस्तेमाल नहीं किया।

खाऊ-पिऊ पोर्टल्स को इनसे कुछ सबक सीखना चाहिए और खबर की क्वालिटी और सच्चाई पर काम करना चाहिए। खाने और गिफ्ट से दिन कट सकते हैं लेकिन ऐसे पोर्टल्स का कोई भविष्य नहीं है।
सच लिखने वाले और खबर पर काम करने वाले पोर्टल्स ही डिजिटल मीडिया का भविष्य हैं।

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