मोहाली

12 मई 2017

दिव्या आज़ाद

अपने बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहने वाले जगदगुरू शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंदसरस्वती ने एक बार फिर से केंद्र की मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि आज सरकार गौकशी व गौ तस्करी रोकने के दिशा में चुनाव से पहले किए गए तमाम वादों को भूल चुकी है। यह बात अनंत श्री विभूषित द्वारकाशारद्धापीठाधीश्वर एवं ज्योतीषपीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य स्वामी श्री स्वरूपानंद सरस्वती जी महाराज ने आजयहां हिंगलाज सेना पंजाब के प्रभारी महंत जसबीर सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहे।

उन्होंने कहा कि इस मामले देश वासियों की उम्मीद के अनुरूप प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। जिसके चलते देश में आज भी गौकशी व गौ तस्करी लगातार जारी है। यहीनहीं आज भी भारत के कई राज्यों द्वारा खाड़ी देशों में गौमांस की सप्लाई की जा रही है। यह कारोबार सरकार के दावों की हवा निकाल रहा है। उन्होंने कहा कि अवैधबूचडखानों को ही नहीं बल्कि पूरी तरह से यू पी में चलने वाले बूचडखानों को समाप्त कर दिया जाना चाहिए तभी गौहत्या और गौ मांस का निर्यात बंद होगा।

गौ रक्षा के नाम पर हो रही गुंदा गर्दी के पूछे सवाल के जवाब में उन्होने कहा कि सभी गौ रक्षक गुंडागर्दी नहीं रखते हम अहिंसा वादी विचारधारा में विश्वास रखते हैं पंरतुजब पुलिस  अपना काम नहीं कर रही तो  गौ रक्षकों को यह दायित्व अपने हाथों में लेना ही पडेगा।

पाकिस्तान की ओर से भारतीय सैनिकों के साथ की जा रही बर्बरता पर पाकि स्तान को मूंहतोड जवाब देने सबंधी गुरू जी ने कहा कि केंद्र सरकार को चाहिए कीपाकिस्तान को मूंह तोड जवाब देने से पहले कशमीर मुद्ये का हल करें जहां सेवा के जवानों को पत्थरबाजो द्वारा निशाना बनाया रहा है। उन्होंने  कशमीरी हिंदूओं को  उचित अधिकार दिए जाने की मांग करते हुए कहा कि सरकार को इस दिशा में कठोरता से कदम उठाए जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि आज हालात इतने बदतर होगए है कि जो तिरंगा फहराने के लिए बनाया गया था उसका इस्तेमाल शहीदों को लपेटने के लिए ज्यादा करना पड रहा है। उन्होंने कहा कि जो कशमीर पंडित वहां सेनिकाले है उनका पुनर्वास करना चाहिए जबकि वहां वर्षों से रहने वालों क ो सभी अधिकार जिनमें वोट का अधिकार आदि दिया जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने यह भीकहा कि बंगलादेश से आए मुसलमानों को कशमीर में बसाना बंद किया जाना चाहिए।

श्रीराम जन्मभूमि पुनरुद्वार समिति के हवाले से स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि हर तरफ से आज यह साबित हो गया है कि अयोध्या के विवादित स्थान परमस्जिद के कोई संकेत नहीं हैं। भारत के चार प्रमुख पीठों के शंकराचार्यों के समर्थन के बाद विवादित स्थान पर राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। ऐसे में केंद्रकी वर्तमान सरकार को अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए और राम मंदिर निर्माण के मुद्दे को भूलने की बजाए करोड़ों लोगों की भावनाओं का ख्याल करते धरातल परकार्रवाई करनी चाहिए।

तीन तलाक के माध्यम से मुस्लिम महिलाओं पर होने वाले अत्याचार का विरोध करते हुए उन्होंने कहा कि इस विवाद का जल्द से जल्द समाधान होना देश के हित में हैं।इसे जानबूझकर लटकाना नहीं चाहिए। शिरड़ी के सांई को लेकर दिए बयान को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि शिरड़ी का सांई न तो भगवान है और न संत और न गुरू है।एक साजिश के तहत गलत प्रचार करते हुए हिंदुओं से मुस्लिम जिन्न की पूजा करवाई जा रही है।

हिंगलाज सेना बारे उन्होने बताया कि हिंगलाज सेना धर्म की रक्षा हेतु,गौ हत्या के विरूध,भ्रूण हत्या विरूध,नारी के स मान हेतु,यूवा वर्ग में बढ रहे नशों के रूझान कोकम करने के लिए सार्थक प्रयास एवं अन्य समाजिक कुरितियों के दमन हेतु हिंगलाज सेना का गठन किया गया है । उन्होंने बताया सेना के प्रभारियों की अगवाई मेंसमूह सेना पंजाब ही नहीं पूरे बल्कि देश में समाजिक कुरीतियों के दमन हेतु बडे स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इस अवसर पर हिंगलाज सेना की पंजाब महिला प्रभारीभावना सहित बडी संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे।

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