आज हम आपको एक ऐसे जनाब से परिचित कराने जा रहे हैं जो खुद को चंडीगढ़ ऑनलाइन मीडिया का बादशाह डिक्लेअर कर चुके हैं। ये जनाब आपको हर मीडिया कॉन्फ्रेंस में नज़र आएंगे लेकिन सिर्फ तब तक जब तक कि गिफ्ट का पिटारा न खुला हो। जैसे ही गिफ्ट का पिटारा खुला जनाब अपना गिफ्ट लेकर कान पर फ़ोन लगाकर बाहर का रास्ता नापते हुए दिखाई पड़ते हैं। जनाब की इतनी चलती है कि पी.आर. लोग इनसे मश्वरे करके मीडिया इनवाइट लिस्ट तैयार करते हैं। किस ऑनलाइन वेब पोर्टल को इवेंट पर बुलाना है किसको नहीं यह भी जनाब से पूछकर किया जाता है। यहां तक कि अब इन्होंने कई अखबार वालों का पत्ता भी काटना शुरू कर दिया है। जनाब हर पी.आर. को खास फ़ोन करके बताते हैं कि किसको नहीं बुलाना है। यदि कोई इवेंट में खुद पहुंच जाए तो जनाब इवेंट के बीच ही पी.आर. से झगड़ा करने लगते हैं। अलाम यह है कि ज़्यादातर मीडिया कर्मियों और पी.आर. को यह भनक तक नहीं है कि जनाब का कोई मीडिया बैकग्राउंड नहीं है और न ही जनाब ने मीडिया का कोई कोर्स किया हुआ है। जनाब किसी भी भाषा में ख़बर की 4 लाइनें तक नहीं लिख पाते हैं। फिर भी जनाब वेब मीडिया के बादशाह जैसा रॉब रखते दिखाई पड़ते हैं।
वाह रे वाह फर्ज़ीवाड़ा……कॉपी-पेस्ट ही इनका सहारा!
ख़ूब कहि