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बाबा रामदेव द्वारा भगवान शनिदेव का अपमान करने के मामले ने तूल पकड़ा

चण्डीगढ़

13 जनवरी 2018

दिव्या आज़ाद

बाबा रामदेव द्वारा भगवान शनिदेव का अपमान करने का मामला काफी तूल पकड़ गया है। क्षेत्र के तमाम शनिभक्त बाबा रामदेव द्वारा किए गए बयानों पर काफी भडक़े हुए हैं व उन्होंने शनिभक्त शंभू बैनर्जी की अगुवाई में बैठक करके यह निर्णय लिया है कि रविवार 14 जनवरी को दोपहर बाद तीन बजे ट्रिब्यून चौक के पास स्थित शनिमंदिर के बाहर बाबा रामदेव के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जाएगा, बाद में उनके पुतले को सरेआम फांसी दी जाएगी और तत्पश्चात उसे फूंका जाएगा। इसके अलावा पतंजलि के हर सामान का बहिष्कार किया जाएगा व जहां भी बाबा का कार्यक्रम होगा वहां उन्हें काले झंडे दिखाएं जाएंगे। कार्यक्रम का समापन शनि चालीसा पढक़र किया जाएगा। शंभू बैनर्जी ने इस मामले को लेकर राजपुरा के डकोट पंडितों की बिरादरी, जो पुश्तों से शनिदेव के भक्त हैं व घर घर जाकर तेल एकत्र करते हैं, से भी बैठक की। डकोट पंडितों भी इस मौके पर महिला बच्चों समेत इस रोष प्रदर्शन में शामिल होंगे। शंभू बैनर्जी ने क्षेत्र के तमाम नेताओं से अपील की है कि वह अपने राजनीतिक दर्जे से ऊपर उठकर शनिभक्त के तौर पर एक मंच पर आए व बाबा रामदेव के खिलाफ इस धरना प्रदर्शन में शामिल हों। इसी प्रकार क्षेत्र के तमाम मंदिर कमेटियों से भी इस धरना प्रदर्शन में सहयोग देने की अपील की गई है।
शंभू बैनर्जी ने कहा कि जब तक बाबा रामदेव माफी नहीं मांगते तब तक उनका विरोध जारी रहेगा व इसके लिए अगर उन्हें आमरण अनशन पर भी बैठना पड़ा तो भी वह पीछे नहीं हटेंगे। उन्होंने कहा कि यह बाबा नहीं व्यापारी है जिसे हमारे देवी-देवताओं के बारे में समझ नहीं है।
उल्लेखनीय है कि बाबा रामदेव ने कई कार्यक्रमों में शनिदेव को महज एक काला पत्थर करार दिया था व कहा था कि उसके ऊपर काले बाटे से तेल डालने से कुछ नहीं होता। इसके अलावा उनके इस प्रकार के बयानों को यूट्यूब व अन्य ऑनलाइन चैनलों पर भी प्रचारित प्रसारित किया गया है। इन बयानों का संज्ञान लेते हुए शम्भू बनर्जी ने बाबा को माफ़ी मांगने के लिए 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था जो 13  जनवरी को बीत गया। इस पर अब जोरदार आंदोलन छेड़ा जा रहा है।