चंडीगढ़
8 नवंबर 2018
दिव्या आज़ाद
सूचना के अधिकार के तहत सूचना मांगने वालों को धमकियां तो एक आम बात हो ही चुकी है और 100 से ज्यादा आरटीआई कार्यकर्ता देश मे मारे भी जा चुके है, पर चंडीगढ़ के एमसीएम डीएवी कॉलेज ने आरटीआई आवेदनों से छुटकारा पाने का एक नया ढंग निकाला है।
इसकी ताजा उदाहरण है सोमवार दिनांक 5 नवंबर की जब निजी तौर पर आरटीआई आवेदन देने गए चंडीगढ़ के एक नागरिक को सूचना अधिकार द्वारा कथित तौर पर शरेआम धमकाया गया कि उसके ऊपर लड़कियों को छेड़ने का केस डाल कर उसे अंदर करवा दिया जाएगा तथा उसका कैरियर तबाह कर दिया जाएगा। कुलदीप सिंह व पवन शर्मा नाम के दोनों सूचना अधिकारियों द्वारा उसकी एक क्रिमिनल की तरह छानबीन की गई।
तमाम घटनायों का जिक्र करते हुए सेक्टर 35 के प्रदीप सिंह ने अपनी शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय सहित सभी संबंधित विभागों को भेजी है जिसमे केंद्रीय सूचना आयोग, डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनेल एंड ट्रेनिंग, मानव संसाधन मंत्रालय, चंडीगढ़ के एसएसपी तथा शिक्षा सचिव, व पंजाब यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार शामिल है।
शिकायतकर्ता का कहना है कि अगर समय रहते सरकार ने इन घटनाओं पर अंकुश नहीं लगाई, तो इन्हें वास्तविकता में बदलते देर नहीं लगेगी और नागरिक महिला संस्थानों से सूचना मांगने से गुरेज करेंगे। इसके इलावा प्रदीप ने एक आरटीआई आवेदन डाल कर कॉलेज से अपनी उपस्थिति के दौरान की सीसीटीवी फुटेज तथा गेट पर रखे एंट्री रजिस्टर के पेज मांगे हैं ताकि तथ्यों की वास्तविकता स्पष्ट हो सके।