नकल करने के लिए अकल की जरूरत पड़ती है। यह कहावत यूँ ही नहीं कही गई है। मूर्खों पर यह बड़ी सटीक बैठती है। हमारी चंडीगढ़ की ऑनलाइन मीडिया में एक जनाब हैं जिनको देखकर पता चलता है कि यह कहावत क्यों बनाई गई होगी। इनके बारे में हम पहले भी बात कर चुके हैं। इन जनाब का काम कॉपी-पेस्ट फॉर्मूले से चलता है, यह बात तो अब सब लोग जान चुके हैं। लेकिन क्या कभी किसी ने सोचा कि यह जनाब बिना किसी जर्नलिज्म डिग्री या न किसी चैनल से जुड़े होने के बावजूद मीडिया में प्रवेश कैसे कर गए?
आज हम आपको बताते हैं इनके मीडिया में ज़बरदस्ती घुसने की सच्चाई। जनाब एक विख्यात पीआर को जानते थे। बात कुछ 3-4 साल पुरानी है। एक बार वह पीआर जनाब को अपने साथ एक मीडिया इवेंट में ले गए। जनाब ने देखा कि वाह यार, क्या इज़्ज़त मिलती है पत्रकारों को। जी हुज़ूरी, मुफ्त का फाइव स्टार हॉटेल में खाना और साथ ही साथ गिफ्ट भी। जनाब को पत्रकारिता की चकाचौंध भा गई। उन्होंने पीआर जी से कहा कि वह भी मीडिया में शामिल होना चाहते हैं।
तब न्यूज़ वेबसाइटों का दौर बस शुरू ही हुआ था। जनाब ने एक बेस्ट वेबसाइट के मालिक से गुज़ारिश की कि वे जनाब को अपनी वेबसाइट से जोड़ लें। पर मालिक ने मना कर दिया। उस दिन जनाब ने सोचा कि मैं अपनी खुद की न्यूज़ वेबसाइट बनाऊंगा। बस बनवा ली वेबसाइट और घुस गए मीडिया में।
अब बात पहुंची मीडिया आई-कार्ड बनाने और सबको पोजीशन/पोस्ट देने पर। जनाब ने पीआर साहब को कहा कि मैं आपको एडिटर बना देता हूँ। पीआर साहब ने मना कर दिया तो जनाब ने उनको ब्यूरो चीफ की पोजीशन दे दी। अब जरा ध्यान से पढ़ियेगा आगे….
जब जनाब की बारी आई तो उन्होंने पीआर साहब से पूछा कि मैं खुद को क्या पोस्ट दूं! जनाब बोले ऐसा करता हूं मैं खुद को सीनियर क्लर्क की पोस्ट दे देता हूँ, यह ठीक रहेगा। पीआर साहब मन ही मन हंसने लगे कि कैसा बेवकूफ व मूर्ख बंदा है ये। उन्होंने कहा कि ये कैसी बातें कर रहे हो यार तुम। तुम्हारी वेबसाइट है तो तुम उसके मालिक बनो, सीनियर क्लर्क क्या चीज़ हुई। तब जाकर जनाब ने खुद को एमडी की पोस्ट दी।
अब एमडी साहब हर जगह मालिक बन कर घूमते हैं। पर एमडी साहब को यह तक नहीं मालूम कि मीडिया में कौन-कौन सी पोस्टें होती हैं। जनाब का असली रूप यही है कि वे सीनियर क्लर्क के ही लायक है।
पर खुद को सीनियर क्लर्क की उपाधि से नवाज़ने वाले एमडी साहब को कोई पूछे कि उनको सीनियर क्लर्क के काम के बारे में भी पता है या नहीं!