चण्डीगढ़

16 जनवरी 2020

दिव्या आज़ाद

जेट्रो इंडिया के मुख्य महानिदेशक मुरहाषी यासुयुकी तथा उनके प्रतिनिधिमंडल ने एम.ई.टी क्षेत्र में दौरा किया। जापान एक्सटरनल टेªड ऑर्गेनाइज़ेश एक जापान सरकार से संबंधित संगठन है जो जापान और भारत के बीच आपसी व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए जापान सरकार को सहयोग करता है। इसी उद्देश्य के अंतर्गत आज जेट्रो इंडिया के प्रतिनिधिमंडल ने मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप लिमिटेड के क्षेत्र में दौरा कर अपने व्यापार हेतु अपार संभावनाऐं तलाशने हेतु रिलायंस के अधिकारियों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया।

मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप लिमिटेड उन 12 भारतीय चयनित क्षेत्रों में शामिल है, जिसमें जेट्रो इंडिया द्वारा अपने व्यापार को विस्तार करने हेतु लक्षित किया गया है। जेट्रो इंडिया के मुख्य महानिदेशक मुरहाषी यासुयुकी ने आज मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप लिमिटेड के दादरीतोए आफिस में रिलायंस समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वल्लभ गोयल तथा राजीव शर्मा, महाप्रबंधक, एम.ई.टी.एल, के साथ व्यापार को बढ़ावा देने हेतु विस्तृत चर्चा की।

इस अवसर पर जेट्रो इंडिया के मुख्य महानिदेशक मुरहाषी यासुयुकी ने बताया कि भविष्य में एम.ई.टी. क्षेत्र में आने वाले समय में औद्योगिकरण से स्थानीय  क्षेत्रों का विकास होगा तथा युवाओं को रोजगार के सुनहरे अवसर प्राप्त होगे। उन्होंने एम.ई.टी. क्षेत्र में भ्रमण किया तथा रिलायंस द्वारा किये जा रहे विकास कार्यो की संराहना की। यासुयुकी ने जानकारी दी कि जेट्रों आने वाले समय में एम.ई.टी क्षेत्र में प्रौद्योगिकी विनिर्माण कम्पनिया अपना कार्य प्रांरभ करेगी।

रिलायंस समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वल्लभ गोयल ने बताया कि जेट्रो इंडिया द्वारा व्यापारिक निवेष करने से भारत तथा जापान दोनों देशों के व्यापार में पारस्परिक मेल बढ़ेगा तथा प्रगाढ़ता आऐगी। उन्होंने कहा कि एम.ई.टी क्षेत्र के विकास से स्थानीय क्षेत्रों में आर्थिक प्रगति आऐगी तथा राज्य प्रगति पथ पर अग्रसर होगा।

मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप में इस समय ७ कम्पनियों पैनासोनिक इंडिया, डेंसो, रिलायंस रीटेल, ऑल कार्गो, इंडो स्पेस, तिरूपति और अम्बर जैसे अग्रणी संस्थानों ने उत्पादन कार्य प्रारंभ कर दिया है, कुछ और इकाइंयों का निर्माण कार्य चल रहा है। सरकार भी क्षेत्र के आर्थिक विकास हेतु विभिन्न प्रयास कर रही है जिसमें परिवहन की सुविधा, पानी की उपलब्धता तथा रोड का विस्तार मुख्य कार्य है।

इसके अलावा 120 से अधिक कंपनियों ने अपनी विनिर्माण इकाइयों की स्थापना के लिए एग्रीमेंट किये है, ये इकाइयां आने वाले दो वर्शो में अपनी निर्माण गतिविधियां शुरू करेंगी। मॉडल इकोनोमिक टाउनशिप में कार्यरत कंम्पनियों में इस समय लगभग 5000 आदमी कार्यरत है, इसमें से लगभग 30 प्रतिशत हरियाणा के मूल निवासी है। क्षेत्र में विभिन्न कंम्पनियों के आने से हर वर्ष लगभग 5000 स्थानीय नवयुवकों हेतु रोजगार के सुनहरे अवसर उत्पन्न होगे साथ ही क्षेत्र में लोगों को अपना स्वरोजगार करने का मौका मिलेगा, जिससे इस क्षेत्र के आर्थिक विकास में प्रगति आएगी।

LEAVE A REPLY