महर्षि दयानंद सरस्वती जी का 196वें जन्मोत्सव धूमधाम से संपन्न

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चंडीगढ़
18 चंडीगढ़ 2020
दिव्या आज़ाद
आर्यसमाज सेक्टर 7 चंडीगढ़ में केंद्रीय आर्य सभा चंडीगढ़ के द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती जी के 196वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यक्रम धूमधाम से संपन्न हो गया है।
आर्या आयुषी ने प्रवचन के दौरान बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती जब हम नाम का स्मरण करते हैं तो याद आता है एक ऐसा युग जिस युग में लोग अपने समाज, अपने देश का गौरव भूल चुके थे। वह युग जिसमें बेसहारा बनी नारी जाति की पुकार को सुनने वाला कोई नहीं था। गौएँ अपने आश्रय की चाह में इधर उधर भटक रही थी । देश में सर्वत्र त्राहि माम्- त्राहि माम् का आर्तनाद सुनाई पड़ रहा था। ऐसे संकट काल में धर्म स्थापना के लिए एक ऐसे महापुरुष को आना ही था जिनमें आकाश की व्यापकता, बिजली की चमक, चांद की मुस्कान, सूर्य का तेज, समुद्र की गहराई, पर्वत की ऊंचाई अर्थात् सम्पूर्ण सृष्टि से सार लेकर जो रचना की वह अप्रतिम थी, अपूर्व थी, वह विधाता की इस सृष्टि की सर्वोत्तम कृति थी। उस कृति का नाम दयानंद सरस्वती ही था।
उन्होंने बताया कि महर्षि दयानंद ने जिधर भी दृष्टि डाली उसी तरफ क्रान्ति हो गई।  चाहे वह नारी शिक्षा को लेकर हो, चाहे गौरक्षा हेतु, चाहे वह वेदों के पढ़ने के अधिकार को लेकर हो या चाहे स्वराज्य को लेकर था।  समाज का कोई क्षेत्र उनसे अछूता न रहा। उन्होंने मानवमात्र को कल्याण का रास्ता दिखाया। उन्होंने मानव कल्याण हेतु आर्य समाज की स्थापना की और आज जो देश की परिस्थितियां हैं ऐसे समय में आर्य समाज का दायित्व बढ़ जाता है।
उन्होने कहा कि अगर हम सभी लोग अपने कर्तव्यों का निर्वाह सम्यक् प्रकार से करेंगे तो निश्चितरूप से परिवर्तन होगा।
केंद्रीय आर्य सभा के प्रधान रवींद्र तलवाड़ ने बताया कि 18 फरवरी तक चलने  वाले इस कार्यक्रम में होशंगाबाद से  अंतरराष्ट्रीय वैदिक प्रवक्ता आचार्य आनंद पुरुषार्थी,  पंजाब विश्वविद्यालय चंडीगढ़ के संस्कृत एवं दयानंद शोध पीठ के पूर्व अध्यक्ष डॉo विक्रम विवेकी, तथा भजनोपदेशक पंडित विमल देव अग्निहोत्री ने भी शिरकत की ।
मीडिया प्रभारी डॉ. विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि विशाल शोभा यात्रा के लिए इसमें चंडीगढ़, पंचकुला, मोहाली ,सूरजपुर, डेराबस्सी और रोपड़ की सभी आर्य समाजें  तथा आर्य शिक्षण संस्थाएं आकर्षक झांकियां प्रदर्शित करने के लिए पुरस्कृत किया गया ।
शिक्षण संस्थाओं में तीन स्कूलों क्रमश: डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 15 चंडीगढ़,  केबीडीएवी सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल सेक्टर 7 बी चंडीगढ़ और डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सूरजपुर को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल मोहाली, डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 8 पंचकूला और डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल सेक्टर 8 चंडीगढ़ को द्वितीय स्थान मिला। हंसराज पब्लिक स्कूल सेक्टर 6 पंचकूला, सीएल अग्रवाल डीएवी मॉडल स्कूल सेक्टर 7 बी चंडीगढ़ और कर्नल वीआर मोहन डीएवी पब्लिक स्कूल डेरा बस्सी को तृतीय स्थान मिला। डीएवी सीनियर सेकेंडरी स्कूल (लाहौर) सेक्टर 8 चंडीगढ़ और  डीएवी पब्लिक सीनियर सेकेंडरी स्कूल रोपड़ को सांत्वना पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया।  आर्य समाजों में आर्य समाज सेक्टर 9 पंचकूला को प्रथम, आर्य समाज सेक्टर 32 चंडीगढ़।
आर्य समाज सेक्टर 22 चंडीगढ़ को द्वितीय स्थान तथा आर्य समाज सेक्टर 7 बी, चंडीगढ़ को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आर्य समाज फेस 6, मोहाली को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
इस अवसर पर त्रिवेणी फाउंडेशन की तरफ से विभिन्न प्रकार के 4000 फूलों के पौधे वितरित किए।

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