हमारी नियत अच्छी है, यकीन रखें, एक महीने में बदलाव दिखने लगेगा- भगवंत मान

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चंडीगढ़/संगरूर

10 मार्च 2022

दिव्या आज़ाद

पंजाब में आम आदमी पार्टी(आप) की ऐतिहासिक जीत के बाद भगवंत मान ने अपनी माता हरपाल कौर और बहन मनप्रीत कौर के साथ संगरूर में अपने घर के बाहर मौजूद लोगों को संबोधित किया। चुनाव नतीजों में आम आदमी पार्टी की जीत के बाद हजारों की संख्या में लोग मान के घर के बाहर जमा हो गए और जीत की खुशियां मनाने लगे। लोगों को संबोधित करते हुए मान ने देश-विदेश में बसे सभी पंजाबियों का धन्यवाद किया और कहा कि आपने अपनी जिम्मेदारी बेहद बखूबी के साथ निभाई है, अब जिम्मेदारी निभाने की बारी हमारी है।

मान ने लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि हमारी नीयत अच्छी है, इसीलिए पंजाब के लोगों ने हम पर भरोसा किया है। मुझपर यकीन रखें, एक महीने में बदलाव दिखने लगेगा। अब आपको सरकारी दफ्तरों में बाबुओं के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे।सरकारी कर्मचारी बुधवार और गुरुवार का बहाना बनाकर आपका काम नहीं रोक सकेंगे। अब सरकारी बाबू आपके पिंडों व मोहल्लों के चक्कर लगाएंगे और आपके घर पहुंचकर आपका काम करेंगे।

विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि उन लोगों ने मुझे अपशब्द बोले, नीचा दिखाने की कोशिश की। लेकिन हमने सभी को माफ कर दिया, बशर्ते वे लोग अब पौने तीन करोड़ पंजाबियों की इज्जत करनी शुरू कर दें। मान ने कहा कि कांग्रेस-अकाली सरकार में पंजाब मोती महल, सिसवां फार्म हाउस और बड़ी-बड़ी हवेलियों से चला करता था। अब पंजाब की सरकार पिंडो(गांवों) और मोहल्लों से चलेगी।

मान ने कहा कि जिन लोगों ने हमें वोट नहीं दिया उन्हें किसी भी तरह का संशय और डर की जरूरत नहीं है। मैं उनका भी मुख्यमंत्री हूं। उनके प्रति भी हमारा समान प्यार और सहानुभूति है। अपने पसंद से के अनुसार वोट देना उनका लोकतांत्रिक अधिकार है, इसलिए हम उनके अधिकार का पूरा सम्मान करते हैं। हम पंजाब के सभी पौने तीन करोड़ लोगों की भलाई के लिए काम करेंगे और पंजाब को फिर से पंजाब बनाएंगे।

मान ने कहा कि मुझे सबसे ज्यादा फिक्र बेरोजगारी की है। बेरोजगार युवक मजबूर होकर नशे में डूब रहे हैं और विदेश जा रहे हैं। महंगी उच्च शिक्षा और रोजगार के अभाव के कारण पंजाब का पैसा और प्रतिभा का पलायन हुआ है। मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद हम पहले दिन ही अपना कलम बेरोजगारी दूर करने के लिए चलाएंगे। हम युवाओं के हाथ से टीका छीनकर टिफिन पकड़ाएंगे और उन्हें पंजाब में ही शिक्षा व रोजगार के पर्याप्त अवसर उपलब्ध कराएंगे।

मान ने कहा कि अब पंजाब के सरकारी दफ्तरों में मुख्यमंत्री और नेताओं की तस्वीर नहीं लगेगी। सरकारी दफ्तरों में अब शहीद-ए-आजम भगत सिंह और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगेगी। भगत सिंह ने अपनी जान कुर्बान कर हमें आजादी दिलाई और आजादी मिलने के बाद बाबा साहब ने देश का संविधान लिख कर हमें स्वतंत्रता व समानता का अधिकार दिलाया। हमारा कर्तव्य है कि हम उनके मान को बढ़ाएं और उनके सपनों को साकार करें।

मान ने कहा कि मुझे पंजाबियों पर गर्व है कि उन्होंने भगत सिंह के इंकलाब को जिंदा रखा है। इंकलाब के नारे लगाने से भगत सिंह की आत्मा को सुकून मिलता है। एक पंजाबी होने के नाते हमारा दायित्व है कि हम भगत सिंह के रास्तों पर चलें और उन्हें सम्मान दें। पहले पंजाब का मुख्यमंत्री राजभवन में शपथ लेता था। हम भगत सिंह का जन्म स्थल खटकर कलां में मुख्यमंत्री पद का शपथ लेंगे। जल्द ही तारीख और समय की घोषणा करेंगे।

भगवंत मान की माता हरपाल कौर हुए भावुक, मान को गले लगाकर रो पड़ीं

भगवंत मान से पहले सभा को उनकी छोटी बहन मनप्रीत कौर और उनकी मां हरपाल कौर ने संबोधित किया और मान को मुख्यमंत्री बनाने के लिए लोगों का आभार प्रकट किया। लोगों को संबोधित करते हुए भगवंत मान की माता हरपाल कौर बेहद भावुक हो गए और मान को गले लगा कर रो पड़ें।

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