Photo by Vinay Kumar

चंडीगढ़
20 फरवरी 2017
दिव्या आज़ाद

कोई छोटा मामला हो तो गोलमाल करने की गुंजाइश बहुत कम रहती है। लेकिन राम दरबार के गवर्नमेंट मॉडल सीनियर सेकेंडरी स्कूल फेज-2 में बहुत बड़ा गोलमाल चल रहा है। मुद्दा कुछ ऐसा है कि सब लोग एक दूसरे पर बात डाल रहे हैं और अपने बयानों को गोल-मोल करते नज़र आये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल में काफी समय से स्क्रैप (रद्दी माल) पड़ा था जिसे बेचने की योजना बनाई जा रही थी। रविवार को इस स्क्रैप को उठवा दिया गया जिसको लेकर स्कूल की प्रिंसिपल नीना शर्मा और स्कूल प्रबंधन कमेटी के प्रधान मनोज गर्ग के बीच विवाद शुरू हो गया।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी की जांच करने जब संवाददाता स्कूल पहुंचे और प्रिंसिपल से मिलकर बात करने हेतु उनसे मिलना चाहा तो उन्हें गेट पर ही रोक दिया गया और गार्ड द्वारा कहलवाया गया कि पहले उच्च अधिकारियों से अनुमति लेकर आओ।
संवाददाता के कई बार ज़ोर देने पर प्रिंसिपल नीना शर्मा ने उनसे मीटिंग की और मामले पर अपना पक्ष रखा। स्कूल की प्रिंसिपल नीना ने बताया कि मनोज गर्ग स्कूल प्रबंधन कमेटी के प्रधान हैं। स्कूल में पड़े स्क्रैप को 11 फरवरी को नोडल ऑफिसर, लोकल वेंडर्स में टेंडर निकालकर 18 फरवरी को ऑक्शन करके बेच दिया गया। इस प्रक्रिया में सभी बड़े अधिकारी शामिल रहे लेकिन मनोज गर्ग को नहीं बुलाया गया था क्योंकि उनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था। इस बात से नाराज़ होते हुए मनोज गर्ग विवाद छेड़कर बैठे हुए हैं।

रात 11 बजे स्कूल से निकाला गया स्क्रैप
मनोज गर्ग से बातचीत में उन्होंने बताया कि जब मैं रात को अपने बेटे के साथ घर जा रहा था तो मेरे बेटे ने कुछ अटपटा पाया। मैं अपने बेटे को घर छोर अपनी बेटी सहित 11 बजे स्कूल पहुंचा और पाया कि कोई व्यक्ति स्कूल का स्क्रैप गाड़ी में भरकर ले जा रहा था। मैंने उससे जब कागज़ मांगे तो उसने मुझे कुछ नहीं दिखाया। मैंने अपनी बेटी से वीडियो रिकॉर्डिंग करने के लिए कहा और उस व्यक्ति से उसकी गाड़ी की चाबी ले ली। गर्ग ने बताया कि उन्हें शक था कि ऑक्शन हुई ही नहीं है लेकिन आज प्रिंसिपल द्वारा दिखाए गए कागज़ों से उन्हें ऑक्शन होने के बारे में पुख्ता सबूत मिले हैं। अभी मनोज गर्ग ने अपनी और से बयान देते हुए कहा कि वे इस समय कुछ भी नहीं कह सकते, उन्हें 24 घंटे का समय चाहिए जिस दौरान वे ऑक्शन के सही तरीके से हुए होने की पूरी छानबीन करेंगे और उसके बाद ही कुछ कह पाएंगे।

प्रिंसिपल से नहीं किया संपर्क
वहीं स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि मनोज गर्ग ने उनसे संपर्क तक नहीं किया। जब गर्ग ने रात को स्क्रैप ले जाने वाले व्यक्ति से उसकी चाबी ली उसके बाद उन्होंने प्रिंसिपल से संपर्क करके पूरी जानकारी लेना तक ठीक नहीं समझा।

Photo by Vinay Kumar

 

2700 किलो चला गया, 1 टन है बाकी
ऑक्शन में स्क्रैप खरीदने वाले रायपुर कला में कबाड़ी की दुकान चलने वाले ईश्वर सिंह ने बताया कि रविवार रात 11 बजे जब वे अपने ट्रक में स्क्रैप लेकर जा रहे थे तो एक व्यक्ति आया जिसने खुद को स्कूल का चेयरमैन बताया और गाड़ी की चाबी मांगी। एक लड़की वीडियो रिकॉर्डिंग कर रही थी। वे 2700 किलो स्क्रैप पहले ही ले जा चुके थे और 1 टन के करीब स्क्रैप ले जा रहे थे जिसकी गाड़ी की चाबी वह व्यक्ति ले गया और ईश्वर ने सुबह आकर इसकी जानकारी प्रिंसिपल नीना शर्मा को दी।

अधिकारियों की देखरेख में हुई ऑक्शन
नीना शर्मा ने बताया कि यह ऑक्शन सभी अधिकारियों की देखरेख में शनिवार दोपहर 12 बजे हुई थी जिसमें नोडल ऑफिसर व् प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

प्रिंसिपल के बयान को देखते हुए आगे की छानबीन ज़ारी है जिसको लेकर अधिकारियों से बात भी की जाएगी और इस पूरे मामले के लिए आरटीआई फ़ाइल करके पूरी जानकारी प्राप्त की जाएगी।

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