चंडीगढ़
15 अक्टूबर 2021
दिव्या आज़ाद
प्राचीन कला केन्द्र, एक जानी मानी सांस्कृतिक संस्था जो पिछले 60 वर्षो से निरंतर कला जगत की सेवा में तल्लीन है, द्वारा आज केन्द्र के 35 स्थित एम.एल.कौसर सभागार में एक विशेष संगीतमयी संध्या का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम द्वारा केन्द्र ने दो महान हस्तियों महान शायर निदा फाजली की जयंती और सुप्रसिद्ध गज़ल सम्राट जगजीत सिंह की पुण्य तिथि पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ के युवा गज़ल गायक रणबीर कुमान ने गज़लों भरी शाम से दर्शकों की खूब तालियां बटोरी। इस अवसर पर जाने माने कला समीक्षक श्री एस.डी.शर्मा ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।
इस कार्यक्रम की शुरूआत रणबीर ने प्रसिद्ध गज़ल ‘कुछ न कुछ तो जरूर’ पेश की । इसके पश्चात होश वालों को खबर,होठों से छू लो तुम इत्यादि गज़ले पेश की । जिसे सुनकर श्रोता झूम उठे। इसके पश्चात रणबीर ने कुछ चुनिंदा गज़लों को एक मेडले के रूप मे पेश किया जो तुम इतना जो मुस्कुरा रहे हो,तुमको देखा तो ये ख्याल,किया है प्यार जिसे हमने इत्यादि गज़लों से सजा था। इसके पश्चात रणबीर ने गुमसुम ये जहां, बात निकलेगी तो बहुत दूर तलक , कोई हिंदु कोई मुस्लिम,चिट्ठी न कोई संदेश,ये दौलत भी ले लो,आपको देखकर देखता रह गया जैसे सदाबहार गज़लों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया । कार्यक्रम के अंतिम भाग में रणबीर ने अपने आने वाली एलबम ‘इजहार’ की एक गज़ल ‘दुनिया जन्नत बन जाएगी’ प्रस्तुत की। उपरांत माए नी माए पेश किया। कार्यक्रम के अंत में टप्पे गाकर रणबीर ने खूब तालियां बटोरी।
इनके साथ मंच पर राजेंद्र सिंह ने संगीत निर्देशन ,सरबजीत सिंह शिबू ने तबला,राकेश जसोत्रा ने बांसुरी,जयमल सिंह ढोलक,गोलडी ने गिटार पर बखूबी संगत की । कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि एवं सजल कौसर , सचिव प्राचीन कला केंद्र द्वारा कलाकारों को सम्मानित किया गया।