आज बात करेंगे चंडीगढ़ मीडिया में ऐसे शख्स के बारे में जो सारा दिन सबके सामने अपनी खुद की ही तारीफ़ करता रहता है। इनको इस बात से कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि सामने वाला इनकी बात सुनने में कोई दिलचस्पी ले रहा है या नहीं।
इनको अपने ही मुँह मियां मिट्ठू बनने की इतनी बुरी आदत है कि यह अलग अलग लोगों को फ़ोन करके अपनी ही तारीफ़ें करते रहते हैं। सबसे मज़ेदार बात यह है कि तारीफ़ें भी ऐसी की सामने वाले को सुनकर यकीन ही न हो।
एक किस्सा शेयर करते हैं आपके साथ, इनको लगता है कि यह जो भी काम करते हैं इनसे अच्छा कोई और कर ही नहीं सकता। एक बार इन्होंने किसी काम से फ़ोन किया और अपनी तारीफ़ों के ऐसे पुल बांधे कि सुनने वाला परेशान हो गया पर इन्होंने तब तक फोन नहीं काटा जब तक इनको तसल्ली नहीं हुई कि इतनी तारीफ़ बहुत है। एक दूसरा किस्सा जहां इन्होंने मीडिया में पहले से ही काम कर रहे पत्रकार को उसका काम समझाने की कोशिश की और उसको बताया कि किस प्रकार से उसको काम करना नहीं आता है लेकिन इनके आजमाए हुए तरीके हमेशा हिट होते हैं। इनको हर उस जगह अपनी टांग अड़ाने की आदत है जहां किसी ने इनसे कोई मदद मांगी भी न हो। इनको हर जगह हिट जो होना होता है। नहीं तो सुनाने के लिए किस्से कम पड़ जाएंगे ना।
अब ये तो इनको ही पता होगा कि ऐसा करके इनको क्या हासिल होता है। लेकिन सच्चाई यह है कि मीडिया में कोई भी इनको पसंद नहीं करता है। यह बात सबको पता है और हमें लगता है इनको खुद भी मालूम जरूर होगी।
अब इनको इतने समय में भी यह नहीं समझ आया है कि अपनी खोखली तारीफ़ें करने से कुछ नहीं होगा सच सबको पता है कि यह कितने पानी में हैं। साथ ही यह मीडिया है यहाँ हर कोई आपकी हरकतें और व्यवहार देख कर ही इज़्ज़त देता है न कि झूठे किस्से सुनकर।