यूं तो हमेशा से ही कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग ही था, परंतु अभी अनुच्छेद 370 और 35 A के हटाए जाने से अलग-अलग मानसिकता समाप्त हुई है। पूरे भारत को एकजुट करने के लिए यह बहुत ही अहम कदम है। कश्मीर की समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए एवं कश्मीर के विकास के लिए यह एक बहुत ही जरूरी फैसला है। अब जम्मू कश्मीर अलग विशेष राज्य नहीं रहेगा । वह एक केंद्र शासित प्रदेश बन गया। जम्मू कश्मीर के विशेष अधिकार खत्म हो जाएंगे। अन्य राज्यों की तरह भारतीय कानून कश्मीर में लागू होगा । जम्मू कश्मीर में आरटीआई भी लागू होगा तथा दोहरी नागरिकता अब नहीं मिलेगी। भारत के जितने भी नागरिक हैं उन पर से सारे प्रतिबंध हट जाएंगे। वह भी जम्मू कश्मीर में जाकर नौकरी कर सकते हैं, इंडस्ट्री लगा सकते हैं, ऑफिस बना सकते हैं तथा इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं। अब होगा सही मायने में कश्मीर का विकास। अब एक देश, एक झंडा, एक ही कानून तथा एक ही संविधान होगा। अब कश्मीर को मुख्यधारा से जोड़ा जा सकेगा। कश्मीर के बेरोजगार युवा को रोजगार मिल सकेगा । अब सही मायने में दिख रहा है ‘श्रेष्ठ भारत, एक भारत’। घाटी भी प्रफुल्लित है और खुशबू की बहार से पूरा भारत महक रहा है। 70 साल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है कि बरसों से चली आ रही बड़ी बीमारी का इतने सरल तरीके से इलाज हो गया। यह एक ऐतिहासिक दिन है और ऐतिहासिक फैसला भी। सही ही कहा है-कुछ भी करने से पहले उसके लिए इच्छाशक्ति का होना बहुत जरूरी है। यह हमारी सरकार की दृढ़ इच्छाशक्ति का ही परिणाम है कि वर्षों से चली आ रही इतनी बड़ी समस्या का आज समाधान हुआ है। आज हमारी सेनाओं का भी मनोबल बढ़ा है। जम्मू कश्मीर में तैनात हमारी सेना को अब कश्मीर में भी अपने भारतीय तिरंगे को सलाम करने का गौरव प्राप्त होगा ।
लेखिका: मंजू मल्होत्रा फूल