चंडीगढ़
11 अप्रैल 2020
दिव्या आज़ाद
न्यू कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष विवेक हंस गरचा ने आज बैंकों को आड़े हाथों लेते हुए आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व  केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कहा कि बैंक आज कल भारतीय सरकार से ऊपर होते जा रहे हैं। कोरोना ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है हालात इतने ख़राब हो चुके हैं कि कई लोग अपनी जान गवा चुके हैं और यह सिलसिला बढ़ता ही जा रहा है। भारत में भी तेजी से आंकड़े बदल रहे हैं। 21 दिन के लॉक डाउन ने लोगों को घर पर रहने को मजबूर कर दिया है। हालात अगर और गंभीर हुए तो लॉक डाउन आगे भी बढ़ाया जा सकता है। इस लॉक डाउन में लोगों को डिप्रेशन से बचाने के लिए सरकार ने  RBI द्वारा सभी बैंकों को दिशा निर्देश जारी कर यह डायरेक्शन दी थी कि अगले 3 महीने तक की ई.एम.आई वसूलने हेतु ई.सी.एस अकाउंट में न लगाएं ! लेकिन कुछ एन. बी. एफ. सी व प्राइवेट बैंकों ने भारत सरकार व आर. बी. आई के दिशा निर्देशों की धज्जियां उड़ाते हुए देश के घरों में बंद बेबस लोगों की जेब पर डाका मारना शुरू कर दिया है। लोगों के अकाउंट से मासिक किश्तें कटनी शुरू हो चुकी है। क्रेडिट कार्ड ग्राहकों को भी बैंक कर्मचारियों द्वारा फ़ोन व मैसेज कर दवाब बनाया जा रहा है कि ग्राहक जल्द से जल्द पैसे का भुगतान करें ! विवेक हंस गरचा ने कहा कि अगर नॉन बैंकिंग फिनांशल कारपोरेशनस व प्राइवेट बैंक ऐसी आपातकालीन स्थिति में देश वासियों का साथ नहीं देंगे तो आर्थिक स्थिति और भी दयनीय हो जायेगी। ऐसी स्थिति में जी.डी.पी भी दिन प्रतिदिन और गिर रही है। सरकार के लिए आर्थिक स्थिति संकट का विषय बनी हुई है। विवेक हंस गरचा ने कहा कि ख़राब हालात में अगर एन.बी.एफ.सी व प्राइवेट बैंक यदि सरकार का व आर.बी.आई के दिशा निर्देशों की पालना नहीं कर सकते तो सरकार के व आर.बी.आई के दिशा निर्देशों की उलंघना करने के जुर्म में इनकी मान्यता रद्द की जानी चाहिए !

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