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चण्डीगढ़
25 जनवरी 2018
दिव्या आज़ाद
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देवी पूजक परिषद के तत्वाधान में श्री खेड़ा शिव मंदिर सेक्टर 28 में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है जिसमें आचार्य ईश्वरचंद्र शास्त्री जी कथा सुना रहे हैं। कथा के दौरान शास्त्री जी ने कहा कि जब हमारे घर में बेटी जन्म देती है तो ऐसा माना जाता है कि भगवती माता ने अवतार लिया है। हमारे यहां तो कन्या को दुर्गा के रूप में पूजा जाता है। नवरात्रि के दिनों में प्रत्येक घर में कन्या पूजन होता है। कोई भी माता-पिता अपने बेटे को राम-कृष्ण समझकर उनको प्रणाम नहीं करते और ना ही बेटे के चरण स्पर्श करते हैं। परन्तु कन्या को भगवती मानकर उसके चरणों में प्रणाम किया जाता है। देवहुती के यहां नौ कन्याओं का जन्म होता है। उसके बाद कपिल भगवान कर्दम और देवहुती के यहां पुत्र रूप में प्रकट होते हैं। आज के परिवेश में कन्या का जन्म होने पर माता पिता प्रसन्न नहीं होते जबकि बेटी तो दो कुलों का पवित्र मेल करने वाली है। जनक जी अपनी पुत्री सीता को बोलते हैं ॥ पुत्री पवित्र किए कुल दोउ॥ बेटी सीते, तुमने तो दो कुलों को पवित्र कर दिया। हमें कन्या का सम्मान करना चाहिए। उसका अपमान ना करें ।
इस भागवत कथा में इस अवसर पर आज के मुख्य जजमान अरविंद अग्रवाल थे जबकि अन्य उपस्थित गणमान्यों में आर. जे. संकीर्तन मंडल सेक्टर-32 की प्रधान रंजना अग्रवाल, उपप्रधान सोनम वर्मा, मंडल सचिव मीणा चड्ढा, जिला सचिव सुप्रिया गोयल, समाज सेवी वीरेंद्र भटारा, व्यवसायी अमित करवल व आचार्य पं विशाल गौतम ने भी अपने सभी सदस्यों के साथ कथा में भाग लिया। इस मौके पर देवालय पूजक परिषद् के सदस्यगण सर्वश्री पं. चंद कौशिक, पं. ओम प्रकाश, पं. अयोध्या प्रसाद, पं. शक्ति प्रसाद, पं. अरविंद आचार्य, पं. जयप्रकाश, पं. जे.सी. गौतम, पं. सुभाष चंद्र शर्मा, पं. जय प्रकाश सेमवाल, पं. रामगोपाल रतूड़ी, पं. शिव शंकर तिवारी एवं गिरवर शर्मा आदि भी मौजूद थे।
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