चंडीगढ़
29 अक्टूबर 2019
दिव्या आज़ाद
पहली पातशाही श्री गुरु नानक देव जी के 550 में प्रकाश पर्व के मौके चंडीगढ़-मोहाली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट का नाम श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर रखा जाए। अब इस मांग को लेकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब सेवा सोसायटी की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पंजाब व हरियाणा के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है । क्योंकि सोसाइटी का मानना है की एयरपोर्ट के नाम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है, जिसमें अब यह सही मौका है कि श्री गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर एयरपोर्ट का नाम रख कर उनको समर्पित किया जाए।
चंडीगढ़ मोहाली के इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नाम को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा है जिसमें कई बार मांग उठ चुकी है कि शहीद भगत सिंह के नाम पर इस एयरपोर्ट का नाम रखा जाना चाहिए। तो वहीं हरियाणा के तरफ से भी एयरपोर्ट के नाम को लेकर अपना विरोध व्यक्त किया जा चुका है। लेकिन इस सबके बीच श्री गुरु नानक देव जी के 550 में प्रकाश पर्व को लेकर श्री गुरु ग्रंथ साहिब सेवा सोसायटी द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह मांग रखी गई है कि एयरपोर्ट का नाम विवादों से परे हटते हुए सभी के सांझे गुरु श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर रखा जाना चाहिए।
सोसायटी के जनरल सेक्रेटरी एच एस सभरवाल ने बताया कि एयरपोर्ट का नाम श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर रखने को लेकर सोसायटी द्वारा एविएशन मंत्रालय को भी पत्र लिखा गया है। तो वहीं राज्यमंत्री सोमप्रकाश को भी पत्र लिखकर इसकी मांग की गई है, साथ ही पंजाब और हरियाणा के मुख्यमंत्री को भी इसमें सहमति देने की बात कही गई है ताकि इस प्रकाश पर्व के मौके पर जहां श्री गुरु नानक देव जी के नाम पर पहले ट्रेन का नाम रखा गया है तो वहीं कई राज्यों द्वारा विशेष संभाग में और जगह को गुरु नानक देव जी के नाम पर समर्पित किया गया है। तो ऐसे में इस मौके एयरपोर्ट का नाम भी रखा जा सकता है जिससे विवाद भी हल होगा और एयरपोर्ट को नाम भी मिल जाएगा।
चंडीगढ़-मोहाली का इंटरनेशनल एयरपोर्ट लंबे समय से अपने नाम को लेकर विवादों में चला रहा है, जिसमें कई बार अलग-अलग ढंग से इसके नाम पर विरोध हो चुका है जिसमें पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ की तरफ से ऐतराज व्यक्त किए गए हैं । लेकिन अभी तक नाम को लेकर किसी भी तरह की सहमति नहीं बनी है। और यह कहा जा सकता है कि श्री गुरु नानक देव जी को जिस तरह से सभी धर्म अपने गुरु के रूप में स्वीकार करते हैं तो एयरपोर्ट के नाम को लेकर विवाद खत्म करने का यह एक अच्छा मौका हो सकता है हालांकि सरकार ने अपने ढंग से इस पर अभी निर्णय लेती है या नहीं यह बाकी है।