चंडीगढ़
8 जून 2021
दिव्या आज़ाद

प्रिंसिपल भूपिंदर सिंह की हालत में सुधार की जानकारी मिलने पर बौखलाया उनका कज़न आज घटिया हरकतों पर उतर आया। उनका कज़न कुलदीप सिंह बावा अपने दोस्त महावीर जगदेव को लेकर आज शाम सेक्टर-32 के सरकारी हॉस्पिटल पहुंच गया और ज़बरदस्ती प्रिंसिपल भूपिंदर से मिलने की कोशिश करने लगा। इतना ही नहीं उसने वहां हंगामा किया और प्रिंसिपल भूपिंदर की कस्टडी वापस मांगने लगा।

आपको बता दें कि कुलदीप सिंह ने 1 जून को अपनी मर्ज़ी से एनजीओ को प्रिंसिपल भूपिंदर की कस्टडी सौंपी थी जिसके बाद से उनकी देख-रेख व इलाज़ का ज़िम्मा एनजीओ ने लिया हुआ है।

महावीर जगदेव वह व्यक्ति है जो पिछले 1 हफ़्ते से प्रिंसिपल भूपिंदर की मदद करने वाली औरतों को मैसेज व फ़ोन करके तंग कर रहा है। इतना ही नहीं उसने मुझे (दिव्या आज़ाद) को रात के 1 बजे मैसज करके धमकियां भी दी हैं।

महावीर व कुलदीप कई दिनों से प्रयास कर रहे थे कि प्रिंसिपल भूपिंदर की मदद करने वाले लोग पीछे हट जाएं जब ऐसा न हुआ तो आज ये घटिया हरकतों पर उतर गए। कल रात को महावीर ने हॉस्पिटल में 50 के आस-पास फ़ोन करके डॉक्टरों को तंग करने का प्रयास किया। वहीं आज डॉक्टरों के मना करने के बाद भी कुलदीप प्रिंसिपल भूपिंदर से ज़बरदस्ती मिला और उसने उनके अटेंडेंट को ज़बरन 2000 रुपए थमा दिए।

इनकी कई दिनों से कोशिश है कि अटेंडेंट बदला जाए क्योंकि यह अटेंडेंट उनकी बातों में नहीं आ रहा है व प्रिंसिपल भूपिंदर की अच्छी देखरेख कर रहा है। आज शाम को एनजीओ ने मीडिया से मौके पर पहुंच कर मदद करने की गुजारिश की लेकिन कोई सामने नहीं आया।

ऑनलाइन ब्लॉगर होने के कारण तव्वजों नहीं दे रहा मेनस्ट्रीम मीडिया

प्रिंसिपल भूपिंदर बेसुध हालात में अपने घर में पड़े हुए पाए गए थे जब उन्हें एनजीओ के वालंटियर्स हॉस्पिटल लेकर गए। उनकी उम्र 74 वर्ष है और वे सेक्टर-11 सरकारी कॉलेज (मेन्स) के प्रिंसिपल रह चुके हैं। कुछ समय से वे ऑनलाइन ब्लॉगिंग कर रहे थे जिसके चलते वे प्रेस क्लब व प्रेस कॉन्फ्रेंस में आया-जाया करते थे। अब जब उन्हें पुलिस व मीडिया की मदद की आवश्यकता है तो कोई सामने नहीं आ रहा है। शायद मेनस्ट्रीम मीडिया इस बात को तव्वजों दे रहा है कि वे ऑनलाइन ब्लॉगर थे। नहीं तो शहर में किसी बुज़ुर्ग व्यक्ति के साथ इतना कुछ हो जाने पर मीडिया चुप नहीं रहता है।

प्रिंसिपल भूपिंदर का इलाज चल रहा है और वे धीरे-धीरे रिकवर कर रहे हैं लेकिन अब तक पुलिस द्वारा एफआईआर/ ठोस कार्यवाही व मीडिया द्वारा मदद का इंतज़ार है।

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