चंडीगढ़
24 जनवरी 2021
दिव्या आज़ाद
शहर में गारब़ेज को लेकर चल रहे विवाद और असमंजस के माहौल में क्राफ्ड की कोर कमेटी की आपातकाल मीटिंग बुलाई और इस मुद्दे पर नगर निगम और सफाई कर्मचारी यूनियन को छः सूत्रीय सुझाव सुझाए। फेडरेशन के चेयरमैन हितेश पुरी ने कहा कि प्राइवेट रेहड़ियों द्वारा कूड़ा उठाने वाले सफाई सेवकों को हड़ताल पर नहीं जाना चाहिए। नगर निगम की योजना के कार्यान्वित होने में अभी समय लगेगा तब तक कोई ना कोई हल निकल आएगा। डा० अनीश गर्ग, मुख्य प्रवक्ता ने सुझाव दिया कि नगर निगम को संपर्क सेंटरों के माध्यम से 10 से 15 किलो तक के बायोग्रेडेडिड हरे और नीले डिस्पोजेबल थैले दिए जाने चाहिए। यह बैग सब्सिडाइज रेट पर देने चाहिए ताकि नगर निगम की गाड़ियां कभी ना आएं तो लोग उन थैलों में अपना कचरा बांधकर रख सकें। फेडरेशन के महासचिव रजत मल्होत्रा जी ने कहा कि नगर निगम इस योजना को लागू करते समय उन लोगों का ध्यान भी रखें जो सीनियर सिटीजन या दिव्यांग हैं या वह वर्किंग लोग भी हैं जिन्हें सुबह जल्दी निकलना पड़ता है। और हाउसिंग बोर्ड के मकानों में तीसरी चौथी मंजिल पर रहने वाले लोगों का विशेष ध्यान रखना होगा। श्री सुरेंद्र शर्मा, वाइस चेयरमैन ने कहा कि रेहडियो से कूड़ा उठाने वाले सफाई सेवकों के परिवार में से किसी एक व्यक्ति को नौकरी अवश्य दी जानी चाहिए।
जी.एस आहलूवालिया, सीनियर वाइस चेयरमैन ने कहा कि वर्तमान स्थिति में 390 कूड़ा उठाने वाली गाड़ियां इस शहर के कचरे का दबाव सहने में असमर्थ हैं ऐसे में जब तक पूरी व्यवस्थाएं नहीं हो जाती तब तक सहज़ सफाई केंद्र बंद नहीं किए जाने चाहिए। श्री धर्मपाल, जोनल सेक्रेटरी ने सुझाव दिया कि आरडब्ल्यूए के सहयोग से लोगों को सैग्रीगेशन की सही जानकारी देने के लिए फिर से अभियान चलाया जाना चाहिए।बाकि सदस्यों ने भी इस बारे में अपने सुझाव रखे। बैठक के अंत में श्री हितेश पुरी जी ने कहा कि सुझावों को मान लेने पर काफी हद तक इस समस्या से निजात मिल सकती है।