चण्डीगढ़
19 जुलाई 2022
दिव्या आज़ाद
साहित्य संगम ट्राइसिटी द्वारा सावन कवि दरबार आयोजित किया गया जिसमें साहित्य अनुरागी रचनाकारों ने सावन पर अपनी रचनाओं से श्रोताओं को सराबोर किया। संस्था के अध्यक्ष प्रोफेसर फूलचंद मानव की अध्यक्षता के बीच विशिष्ट मेहमानों में संगीत नाटक अकादमी, चण्डीगढ़ व टैगोर थिएटर के भूतपूर्व चेयरपर्सन कमल अरोड़ा, झज्जर से पत्रकार उदय भान पूनिया व पठानकोट के उपन्यासकार यशपाल शर्मा उपस्थित रहे व अपने अनुभवों, कविता व गीतों से सभी को प्रोत्साहित किया। टेकचंद अत्री ने मंच संचालन करते हुए सावन पर गीत लोकगीत व कविताओं की सिलसिलेवार कड़ी को जोड़े रखा। श्रीधर, डायमंड शर्मा, प्रवीण सुधाकर, यशपाल शर्मा, प्रोफेसर योगेश्वर कौर के गीत छाए रहे। सेंट सोल्जर पंचकूला की अध्यापिका रजनी अत्री व दुबई से आई हुई नृत्यांगना व नज्मों की मर्मज्ञ करूणा राठौड़ की प्रस्तुति ने भी खूब रंग जमाया। सीमा, राजश्री, पासो देवी, अवनि, बबीता, विद्यावती की स्वर लहरी के बीच आकाश, सुमित पूनिया, सुनील कुमार, अजय अत्री व अन्य श्रोताओं ने करतल ध्वनि से स्वागत किया। अध्यक्षीय भाषण में प्रोफेसर फूलचंद मानव ने साहित्य संगम के 60 वर्षों के अथक प्रयासों व अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, प्रांतीय स्तर के सफल कार्यक्रमों की चर्चा की। प्रोफेसर योगेश्वर कौर ने सभी वक्ताओं श्रोताओं का सफल सावन दरबार के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया ।