चंडीगढ़
21 जून 2017
विनोद कुमार
चंडीगढ़ की मेयर आशा जसवाल ने जनवरी 2017 में मेयर पद का कार्यभार संभाला। दादा और नाना सामाजिक कार्यकर्ता थे। मामा गांव के सरपंच रहे। घर में धार्मिक और सामाजिक माहौल होने के कारण कई सामाजिक और धार्मिक समारोह में भाग लिया। भाजपा की नीतियों के कल्याणकारी होने के कारण ही उन्होंने पार्टी में शामिल होने का निर्णय लिया। इस पार्टी में मान-सम्मान मिला। यह पार्टी संस्कृति से जुड़ी पार्टी है। मेयर ने बताया कि राजनीति में उन्होंने सन 1980 से सक्रिय रुप से भाग लेना शुरू किया। उन्होंने अपने मेयर के इस छोटे से कार्यकाल में बहुत सारी कल्याणकारी योजनाएं बनाकर लागू की। चंडीगढ़ से डॉ. विनोद कुमार के साथ हुई विशेष बातचीत के दौरान मेयर आशा जसवाल ने अपने कार्यकाल की योजनाओं को साँझा किया।
जसवाल ने बताया कि उन्होंने रेगुलर, कॉन्ट्रैक्ट और कंपनी की ओर से लगाए गए सफाई कर्मचारियों के लिए ग्लब्स, मास्क, तेल और साबुन उपलब्ध करवाने का प्रावधान किया। उनके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए टेटनेस का टीकाकरण करवाया। यूनियन के लीडर को हिदायत दी कि कर्मचारियों के साथ प्यार से काम लें और जिससे सफाई कर्मचारियों के प्रति उनका व्यवहार बदला। समय-समय पर उनके साथ मीटिंग की जाती है। सफाई कर्मचारियों के साथ बैठकर खाना खाने से इस भावना को प्रोत्साहित किया जा रहा है कि कोई भी कार्य छोटा नहीं होता है। पार्किंग समस्या बहुत गर्मायी हुई थी। रोज आए दिन लड़ाई – झगड़े होते रहते थे। यह झगड़े ओवर चार्जिंग और पार्किंग के कारिंदों के व्यवहार आदि को लेकर पार्किंग ठेकेदारों के बीच होते रहते थे। इस को मध्य नजर रखते हुए स्मार्ट पार्किंग का प्रावधान किया गया। स्मार्ट पार्किंग की विशेषता यह है कि ऐप बनाया गया है जिसके अंतर्गत लोग अपने घर से ही ऐप को डाउनलोड करके पार्किंग की स्थिति को जान सकते हैं। एमसी के सर्वर रूम से सभी पार्किंग की मॉनिटरिंग की जाएगी। पार्किंग में खामियां पाए जाने पर कॉन्ट्रैक्टर को पेनल्टी लगेगी। यह इंडिया में पहली ऐसी पार्किंग है यहां पर महिला कर्मचारी भी होंगी। उनकी सेफ्टी के लिए बाउंसर्स का प्रबंध पार्किंग कॉन्ट्रैक्टर को करना होगा। पार्किंग के लिए टर्म्स एंड कंडीशन्स तय हैं। यदि कॉन्ट्रैक्टर बार-बार नियमों का उल्लंघन करेगा तो उसकी पार्किंग रद्द कर दी जाएगी।
मेयर ने बताया कि फरवरी माह में गवर्मेंट अप्रूवड कंपनी को एलइडी लाइट्स लगाने का ठेका दिया गया। डार्क स्पॉट पर नए पोल्स लगाये जाएँगे। अँधेरी जगहों पर लगभग 20,000 पोल्स लगने हैं। इन एलइडी से बिजली का खर्चा 13 करोड़ से कम होकर छः करोड़ हो जायेगा। मेयर ने बताया कि जगहों का सर्वे पूरा कर लिया गया है और दिवाली तक यह काम पूरा हो जाएगा।
गार्बेज प्रोसेसिंग प्लांट भी जल्दी ही एजेंडा में लाकर कार्यान्वित किया जायेगा। मलेरिया विभाग के कर्मचारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे डड्डूमाजरा और उसके आसपास रह रहे लोगों की सेहत को ध्यान में रखते मलेरिया रोगों की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए। प्रभावित लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। इसी तरह डॉग बाईट की गंभीर समस्या से निजात दिलाने के लिए भी निगम ने बहुत बड़ा जिम्मा संभाला है जिसके अंतर्गत चंडीगढ़ की चार डिस्पेंसरियां सप्ताह में 24 घंटे सेवा के देने के समर्पित हैं। डॉग के काटे जाने के प्रभाव को ख़त्म करने के लिए निशुल्क दवाई उपलब्ध है।
ड्रिंकिंग वाटर को ध्यान में रखते हुए 24×7 पानी उपलब्ध करवाने के लिए कार्य जोरों पर है लोगों को पानी की बचत करने के लिए समय समय पर जागरुक भी किया जाता है। चंडीगढ़ हरा-भरा दिखे इसके लिए पानी का शोधन करने के लिए प्रोजेक्ट लाया गया है। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत लोगों को कम से कम रेट पर पौधों के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
ईटिंग पॉइंटस पर फैलती गंदगी से निपटने के लिए विशेष कदम उठाए जा रहे हैं। समय समय पर विभाग की ओर से चेकिंग की जाती है। ढाबे का वेस्ट वाटर इधर उधर फैंकने की बजाये सीवरेज में डालने के लिए कहा गया है। जिन लोगों ने कनेक्शन नहीं लिया है उन्हें कनेक्शन लेने के लिए कहा है। चंडीगढ़ में गोशालाएं होने के कारण गोबर गैस का प्लांट लगाए जाने की योजना भी है। घर-घर से कूड़े का सही निपटारा करने के लिए लगभग 15000 डस्टबिन बांटे जा चुके हैं इसी कड़ी के अंतर्गत ढाई लाख डस्टबिनस वितरित किये जाने का विचार है। डोर टू डोर कूड़े का उचित निपटान करने के लिए उचित प्रबंध किए जा रहें हैं। सफाई को ध्यान में रखते हुए लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जो लोग नियमों का उल्लंघन करते हैं उनके लिए चालान की कीमत ₹500 से बढ़ाकर ₹5000 की गई है जबकि व्यवसायिक स्थानों पर उल्लंघन करने वालों को ₹10000 का जुर्माना तय है। जसवाल ने बताया कि 2 साल के अंदर पूरे शहर को गंदगी से मुक्ति दिलानी है। निगम की बिल्डिंग में भी सोलर सिस्टम लगाया गया है। इससे बिजली की कमी पूरी होगी।
स्ट्रीट वेंडर्स को रेगुलेट करने के लिए अगले महीने प्रोजेक्ट आने की उम्मीद है। कोशिश है कि उनके लिए उचित स्थान का प्रबंध हो सके।
मुंबई से ट्रेनर्स के दल ने पार्षदों को 2 दिन का स्पेशल प्रशिक्षण दिया। इस प्रशिक्षण में सिखाया गया कि मीटिंग में एजेंडे को कैसे रखा जाता है, कैसे पेश किया जाता है और किस तरह प्रश्न – उत्तर किए जाते हैं इस प्रशिक्षण में संबंधित विषयों के विशेषज्ञ पार्षदों को बारीकियां बताईं। प्रशिक्षण शिविर के दौरान पंजाब के राज्यपाल एवं चंडीगढ़ के प्रशासक ने भी शिरकत की। नगर निगम के पार्षदों ने मुंबई विशाखापट्टनम और पुणे का दौरा किया उन्होंने वहां के नगर निगम द्वारा लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं को नजदीक से देखा। मेयर ने बताया कि उन्होंने अपने 5 महीने के कार्यकाल में 8 बार हाउस की बैठक ली है जिसमें स्पेशल बजट भी शामिल है। बीजेपी का मेयर बनने से रुके हुए सभी काम प्रगति पर है। आज लगभग सभी नॉमिनेटेड कॉउंसलर्स बीजेपी के साथ समाज भलाई की नीतियों के कारण जुड़े हैं। पिछले 15 सालों से रुके हुए कार्य लगभग पूरे हो रहें है। पार्षदों के लिए आयोजित स्टडी टूर की फोटोग्राफी होती है। उसकी सीडी बनाई जाती है तथा सोच समझकर नीतियों को लागू किया जाता है।
> मेयर ने बताया कि स्लम्स और ऑर्फन्स बच्चों की शिक्षा का प्रबंध, उनके खाने-पीने और यूनिफार्म तथा सारे कोर्स का प्रबंध ई- स्कूल के अंतर्गत होता है। ऐसा उन्होंने एक स्टडी टूअर के दौरान देखा। जल्दी ही इसी तरह के ई- स्कूल का एजेंडा हाउस की मीटिंग में लाया जाएगा और इसे लागू करने की पहल होगी। मेयर ने बताया कि वह समय समय पर ओल्ड एज होम का भी दौरा करती रहती हैं तथा वहां के बुजुर्गों की समस्याओं को ध्यान पूर्वक सुनकर हल करती हैं। लोगों की समस्या को सुनने के लिए उनके स्थल पर पहुँचकर हल करने की कोशिश रहती है।
जसवाल ने बताया कि इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस में भी जाने का मौका मिला। चेन्नई और नागपुर की कांफ्रेंस में भाग लिया। इसी दौरान उन्हें चंडीगढ़ के लिए ग्रीन सिटी अवार्ड से भी नवाजा गया। उन्होंने कहा कि निगम के पास बजट की कमी रहती है। इस कमी को पूरा करने के लिए भारत सरकार से बात की गई है कि बजट को बढ़ाया जाए। इसके लिए केंद्र सरकार की ओर से उन्हें आश्वासन मिला है। मेयर ने चंडीगढ़वासियों से चंडीगढ़ को क्लीन और ग्रीन बनाने में सहयोग देने की अपील की है।
Good job asha ji