कसौली/चंडीगढ़
दिव्या आज़ाद
वादियों के सुकून भरे वातावरण और आने वाली ठंडी ठंडी हवा का आनंद उठाना हर किसी को पसंद है। रोज़ के काम काज में व्यस्त लोग अक्सर समय निकालकर वादियों में घूमने जाते हैं। अक्सर लोगों की चाह होती है कि उनका भी अपना कोई घर ऐसी ही सुकून और प्रकृति के नज़दीक बनी जगह पर हो। अब तक केवल सपना नज़र आने वाली इस इच्छा को टाटा मिस्ट कसौली ने साकार कर दिया है। टाटा हाउसिंग ने कुमारहट्टी से 15-20 किलोमीटर की दूरी पर 1 से 5 बीएचके तक के विला तैयार किये हैं जो कि हर किसी के लिए ड्रीम होम होगा।
इस प्रोजेक्ट को सेकंड होम का नाम दिया गया है। अपनी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी से थकने के बाद लोगों के लिए रिलैक्स करने का यह एक अच्छा स्थान होगा। टाटा हाउसिंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक ब्रोतिन बनर्जी ने बताया कि इस प्रोजेक्ट के लिए हमें काफी अच्छा रिस्पांस मिला है। बहुत लोग रिटायर होने के बाद सुकून भरे वातावरण में प्रकृति के नज़दीक रहना पसंद करते हैं जिसको देखते हुए हमने सेकंड होम का कांसेप्ट पेश किया है।
2 और 3 बैडरूम वाले मकानों का एलान:
टाटा हाउसिंग ने मिस्ट कसौली के पहले चरण को पूरा कर लिया है। इसका दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है। पूरे प्रोजेक्ट में 1 से 5 बैडरूम वाले मकान हैं जिनकी कीमत 2.99 करोड़ से शुरू होकर 15 करोड़ तक जाती है। बनर्जी ने बताया कि प्रोजेक्ट में कुल 102 घर बनाये जायेंगे जिसका पहला चरण पूरा हो गया है और 40 मकान बिक चुके हैं। 15-20 दिनों के अंदर लोगों को पोजेशन दे दी जाएगी।
लंदन के आर्किटेक्ट ने किया पूरा प्रोजेक्ट डिज़ाइन:
टाटा हाउसिंग के डिजाइनिंग विभाग के उमेश गोयल ने बताया कि पूरे प्रोजेक्ट को लंदन ने एक आर्किटेक्ट ने डिज़ाइन किया है। हर मकान को ओपन-प्लान इंटीरियर दिया गया है। हर विला के आर्किटेक्चर में समकालीन और इलाके के अनुकूल सामग्री का मिलाजुला इस्तेमाल किया गया है। इनके फ्लोर प्लान डबल लेवल 2 बैडरूम वाले मकान से लेकर 5 बैडरूम मल्टी-लेवल विला तक उपलब्ध हैं। दीवारों को बनाने के किये जर्मन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हुआ है जिसमें बिना पानी और सीमेंट के दीवारें तैयार की गई हैं। हर विला में वुडन फ्लोरिंग हुई है और ऐसे शीशे लगाए गए हैं जिनसे बाहर की ठण्ड अंदर न आये और अंदर की गर्मी बहार न जाए।
क्लिफसाइड मकानों का निर्माण शुरू:
ब्रोतिन बनर्जी ने बताया कि हमारा दूसरा चरण जिसका नाम क्लिफसाइड है शुरू कर दिया गया है और इसे बनने में लगभग 2 से 3 साल लग सकते हैं। पहले चरण के मकानों में लोग अगले महीने से ही रहने शुरू हो जायेंगे। क्लिफसाइड में लोगिन को प्राइम लोकेशन दी जायेगी और इसमें कुल 44 मकान बनेंगे।
डिजिटल होने से मिली मदद:
टाटा हाउसिंग के मार्केटिंग हेड राजीव दास ने बताया कि सबकुछ ऑनलाइन होने से मार्किट में आई डिमांड में इजाफा हुआ है। लोग आजकल हर चीज़ ऑनलाइन करना पसंद करते हैं और इससे रियल एस्टेट को भी काफी फायदा हुआ है। हमने 6 साल पहले ऑनलाइन मकान बेचना शुरू कर दिया था। गूगल ऑनलाइन शॉपिंग फेस्टिवल में हमने 50 इकाइयां बेचीं थी। ऑनलाइन होने से काफी लोगों तक पहुँचने का अवसर मिलता है जो कि टाटा मिस्ट में भी देखा जा रहा है। एन आर आई जो यहाँ से बिहित दूर बैठे हैं, हम उन तक भी पहुँच पा रहे हैं। कई एन आर आई लोगों ने टाटा मिस्ट कसौली में ऑनलाइन मकान खरीदे हैं।
सेकंड होम की डिमांड 21% बढ़ी:
राजीव दास ने बताया कि आंकड़े दर्शाते हैं कि पिछले 2 वर्षों में सेकंड होम की डिमांड 21% तक बढ़ गयी है। हमारा यह प्रोजेक्ट 22 एकड़ में बना है और लोग यहाँ की लोकेशन में रिटायर होना या रिलैक्स करना पसंद करते हैं। शिमला, कसौली, गोवा, केरेला सेकंड होम के लिए लोगों की पसंदीदा लोकेशन्स हैं। कसौली से कुछ दूर बने टाटा मिस्ट के मकानों में लंदन, दिल्ली, पंजाब, हिमाचल आदि जगह से ग्राहक अपनी रूचि दिखा रहे हैं।
हर प्रकार की सुविधा के साथ प्रकृति का आनंद:
टाटा मिस्ट में हर प्रकार की सुविधा दी जा रही है। यहाँ क्लब हाउस, रेस्टोरेंट, पार्टी हाल, गेस्ट रूम, पूल टेबल, इंडोर हीटेड पूल, मेल और फीमेल के लिए अलग-अलग स्पा, जिम और ड्राइवर्स के लिए डोरमेट्री व कैंटीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गयी हैं। यहाँ प्राइमरी हेल्थ केयर सेंटर बनाया गया है और हर समय साइट पर एम्बुलेंस का इंतज़ाम किया गया है। इसके साथ ही बायोडायवर्सिटी एरिया बनाया गया है।
विला को अपने फ़ोन से भी कंट्रोल कर पाएंगे मालिक:
पूरे विला को ऑनलाइन कंट्रोल किया जा सकता है। ब्रोतिन बनर्जी ने बताया कि विला के मालिक के फ़ोन से ही पूरे घर का कंट्रोल सिस्टम जुड़ा होगा। घर की लाइट या मेन डोर के लॉक सिस्टम को फ़ोन से जरिये भी अनलॉक किया जा सकेगा। यानि अब आपको इस बात की चिंता करने की जरुरत नहीं होगी कि आप घर लॉक करना भूल गए हैं या किसी रूम की लाइट जलती रह गई है। दूर बैठे भी पूरा घर आपकी निगरानी में होगा।