डेढ़ साल में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में काफी सुधार किए गए: इजीं. डीके शर्मा 

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चंडीगढ़
21 दिसंबर 2018
दिव्या आज़ाद
पिछले डेढ़ साल में भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड में काफी सुधार किए गए है। इसका परिणाम यह रहा कि इस बार बोर्ड नेे हिन्दी में कार्य करने एवं भाखड़ा के रखरखाव में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार अॢजत किया। यह कहना है भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के चेयरमैन इंजी. डीके शर्मा का। इंजी. डीके शर्मा ने यह शब्द को विशेष मुलाकात के दौरान कहे। इस मौके पर उन्होंने भाखड़ा ब्यास  की उपलब्ध्यिों और बोर्ड द्वारा किए समाज सेवा कार्यों के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि भाखड़ा का पहला लक्ष्य सहयोगी राज्यों में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मुहैया करवाना है। इसके साथ साथ बीबीएमबी अपने सहयोगी राज्यों को बिजली भी मुहैया करवाते है। वो भी केवल 41 पैसे प्रति युनिट के । इसके साथ साथ बोर्ड केंद्रीय विद्युत मंत्रालय द्वारा तय बिजली उत्पादन के लक्ष्य को पुरा करता है। बोर्ड को मंत्रालय द्वारा पिछले वर्ष 9 हजार 360 मिलियन युनिट का लक्ष्य था। बोर्ड ने अपने लक्ष्य से 16.2 प्रतिशत अधिक बिजली का उत्पादन कर लक्ष्य पुरा किया। इस वर्ष मंत्रालय द्वारा बोर्ड को 10 हजार 881 मिलियन युनिट का लक्ष्य मिला है। जिसे इस साल भी पुरा किया जाएगा।
समाज सेवा में अग्रिम है बीबीएमबी
उन्होंने बताया कि बीबीएमबी अपने कार्यों के अलावा समाज सेवा में तत्पर रहता है। इस क्रम में बीबीएमबी अपने प्रोजेक्टों के आसपास के इलाकों में स्कूल, पंचयातों की मदद भी करते हैं। इसके अलावा बीबीएमबी द्वारा मंा नैना देवी में चढ़ावे में चढऩे वाले फू लों को पूजा सम्रगी बनाने के एक एक मशीन को लगाया गया। इस मशीन एक तो पर्यावरण को साफ रखने में मदद होती है। दूसरा मंदिर में चढऩे वालों
का अपमान नही होता । इसके अलावा सुंदर नगर में स्थित मां लक्ष्मी मङ्क्षदर में भंडारे से बचे हुए खाने ये खाद बनाने के लिए मशीन लगाई है। इससे मंदिर में सफाई भी रहती है और बचे हुए भोजन का उपयोग भी हो जाता है।
स्वच्छ पर्यावरण के लिए लगाए पौधे
इसके साथ बीबीएमबी ने पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए कई कार्य किए है। इसमें पौधारोपण भी एक अहम कार्य रहा है। इस क्रम में पिछले वर्ष बीबीएमबी ने अपने प्रोजेक्टों के आसपास के इलाकों में 15 हजार पौधारोपण किए गए। वहीं इन पौधों के रखरखाव पर भी विशेष ध्यान दिया गया। जिसके चलते 15 हजार में से 90 प्रतिशत पौधे प्रफूलित हो रहे हैं। वहीं इस बार बीबीएमबी द्वारा 37 हजार 400 पौधे लगाए गए है।
भाखड़ा में लगेंगे 6 मेघावाट के सोलर प्लांट
उन्होंने बताया कि बिजली उत्पादन को बढ़ाने के लिए बीबीएमबी ट्रायल बेस पर भाखड़ा में फ्लोटिंग सोलर प्लंाट लगाने जा रहा है । लगभग 35 करोड़ की लागत से लगने वाले इस प्लांट से 6 मेघावाट बिजली का उत्पादन होगा। अगर बीबीएमबी द्वारा किए जा रहे इस ट्रायल का परिणाम सही आता है तो बीबीएमबी अपने रिर्जव वाटर में भी इस तरह के सोलर प्लांट को लगाएगा। इससे बीबीएमबी अपने सहयोगी राज्यों और अधिक बिजली दे पाएगा।
’सर्वोत्तम हाईड्रो पावर उत्पादक’ की श्रेणी में पहला इनाम किया हासिल
उन्होंने आगे बताया कि इस वर्ष भाखड़ा ब्यास प्रबन्ध बोर्ड ने ’सर्वोत्तम हाईड्रो पावर उत्पादक’ की श्रेणी में पहला इनाम हासिल किया है। यह इनाम उन्हें 24 नवंबर, 2018 को बेलगुंडी, जिला बेलगाम, कर्नाटक में इंडेपेन्डेंट पावर प्रोडयूसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईपीपीएआई) ने दिया।
बाढ़ की स्थिति से बचाया
उन्होंने बताया इस वर्ष अधिक वर्षा होनें के कारण 24 सिंतबर को पडोसी राज्यों में बाढ़ की स्थिति बन गई थी। सारी नदियां उफान पर थी। सतलूज और ब्यास के क्षेत्र पुरी तरह जलमग्न हो गई थी। आमतौर पर ब्यास नदी में 1383 फुट पानी के बाद पानी को बांध से छोड़ा जाता था, परंतु इस बार बीबीएमबी ने गहन शोध के बाद निर्णय लिया कि पानी को 1390 फुट तक रोका जा सकता है। इसके चलते बीबीएम के इस निर्णय सेे पड़ोसी राज्यों में बाढ़ की स्थिति से बचाव किया।

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