“गलतियाँ”

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ना कीजिये गिला हर बात का,
कभी गल्ती से मुस्करा दीजिए,
अब तो जी एस टी ही लगती है,
मुस्कराने पर टैक्स ना लीजिए।
          यूं गलतियां हर इक से ही होती हैं,
          कौन ऐसा है जो गल्ती नहीं करता,
          गलतियां सुधरने का मार्ग होती हैं,
          अपनी गलतियों से सीख लीजिए।
अपनी ग़लतियां अनदेखा कर,
दूसरों पर उंगलियां ना कीजिये,
पहले खुद गलतियां सुधार लें,
फिर औरों का सुधार कीजिए।
कोई आप पर जो उठाए उंगलियां,
इस बात को दिल पर ना लीजिए,
खुद अपनी गलतियाँ सुधार लीजिए,
सिर्फ मुस्कराते रहें,चिंता ना कीजिए।
बृज किशोर भाटिया,चंडीगढ़

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