हमने यदि गाय के गोबर को आजीविका से जोड़ दिया तो नए समृद्ध भारत का निर्माण होगा : मंजू मल्होत्रा

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चण्डीगढ़ / जीरकपुर

17 नवंबर 2022

दिव्या आज़ाद

गोपाल गोलोक धाम गौशाला, कैम्बवाला, चण्डीगढ़ के संचालक गौ गंगा कृपाकांक्षी पूज्य गोपाल मणि जी महाराज, जो भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक  हैं, के सानिध्य में जीरकपुर के वीआईपी रोड़ पर स्थित हाई स्ट्रीट मार्किट में धेनु मानस गौकथा सम्पन हुईं कथा विराम के अवसर पर सुबह हवन-यज्ञ उपरांत गो कृपाकांक्षी धेनु मानस ग्रंथ के रचयिता पूज्य श्री गोपाल मणि जी महाराज के पावन सानिध्य में धेनु मानस गौ कथा में गुरुजी ने बताया कि लोग गाय को समझें, गाय को जानना जरूरी है। गावो विश्वस्य मातर यानि गाय विश्व की माता है।


कथा में विशेष अतिथि मंजू मल्होत्रा फूल ने महराज श्री से आशीर्वाद लिया और कहा कि पर्यावरण की बदलती परिस्थितियों में शुद्ध हवा की वातावरण में बहुत कमी हो रही है। जीवन जीने के लिए हमें ऑक्सीजन की जरूरत होती है। आज सबसे बड़ा देवता ऑक्सीजन है। गाय 24 घंटे ऑक्सीजन देती है। इस तरह वैज्ञानिक दृष्टिकोण से गाय में सबसे बड़े देवता का वास है। गाय के सम्मान के लिए हम सभी को खड़े होना चाहिए। गाय को हमारा प्रेम और सम्मान चाहिए। दूध न देने वाली गाय का जब हम सम्मान करते हैं तो वह कामधेनु बन जाती है और हमारी हर इच्छा पूरी करती है। गाय को हमें रोजगार से भी जोड़ना चाहिए। गोबर प्लांट लगाकर उसकी गैस का घरों में प्रयोग किया जाए तथा वाहन चलाने में प्रयोग किया जाए। हमने यदि गाय के गोबर को आजीविका से जोड़ दिया तो नए समृद्ध भारत का निर्माण होगा।

इस अवसर पर संत गोपाल मणि जी महाराज के मिशन को गौ माता राष्ट्रीय माता का दर्जा मिलना चाहिए का पुरजोर समर्थन किया। इस अवसर पर गौ कथा में  ट्राइसिटी से हजारों गौ भक्तों ने भाग लिया। कथा उपरांत प्रसाद और भंडारा भी वितरित किया गया।

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