चण्डीगढ़
15 फरवरी 2018
दिव्या आज़ाद
जीवन की यात्रा एक अज्ञात यात्रा है और उस यात्रा पर हम सभी मुसाफिर चल रहे हैं। इस दौरान हम जो भी कर्म करते हैं वह सही है या गलत इसका पता हमें केवल धर्मग्रंथों से ही लग सकता है परन्तु यात्रा के दौरान हमें हर समय नाम सिमरन करते रहना चाहिए क्योकि अभी कलयुग चल रहा है और संत तुलसी जी कह गएँ है कि “कलयुग केवल नाम अधारा”। ये प्रवचन आज यहां सेक्टर 27 स्थित श्री सनातन धर्म मंदिर सभा द्वारा करवाए जा रहे मंदिर के 38वां वार्षिक महोत्सव में कनखल, हरिद्वार से आये हुए श्री 108 स्वामी अशोक पुरी जी महाराज दिए। उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं से आगे कहा कि हमारे हर घर में धर्म ग्रन्थ होने चाहिए व उनका नियमित अध्ययन एवं पाठ भी करना चाहिए।
श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री गिरिधर गिरी जी महाराज कनखल, हरिद्वार की अध्यक्षता में आयोजित किये जा रहे इस महोत्स्व में श्री 108 स्वामी अशोक पुरी जी महाराज कनखल, हरिद्वार से, कमलेश गिरि जी महाराज वृंदावन से, श्री तिलकराज जी तबलावादक बटाला से व श्री महिला संकीर्तन मंडल सेक्टर 27 इसमें भजन कीर्तन करके श्रद्धालुओं को निहाल कर रहे हैं। 14 फरवरी से आरम्भ हुए इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन 16 फरवरी को प्रात: दस बजे से दोपहर एक बजे तक संगीतमय प्रवचन होगा। बाद मेंअटूट भंडारा भी बरताया जाएगा।