चंडीगढ़
2 दिसंबर 2020
दिव्या आज़ाद
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह द्वारा दिल्ली सरकार पर केंद्र के कृषि कानूनों को लागू करने के दोषों पर तीखी प्रतिक्रिया देते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि इतने नाज़ुक समय पर कैप्टन अमरिंदर सिंह ‘ओछी राजनीति’ करने पर उतर आए हैं। पार्टी हैडक्वाटर से जारी बयान के द्वारा आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री सब कुछ जानते-समझते हुए भी अमरिंदर सिंह दिल्ली सरकार पर झूठे दोष लगा रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि, ‘‘अमरिंदर सिंह द्वारा मेरे पर लगाए दोष बिल्कुल झूठे हैं कि दिल्ली में कानून पास कर दिए हैं। यह सही नहीं है, क्योंकि कैप्टन साहेब सब कुछ जानते हैं कि जब केंद्र सरकार ने यह कानून लागू कर दिए तो प्रदेश सरकारों के हाथ में कुछ नहीं है। ऐसे मौके कैप्टन को संकुचित राजनीति नहीं करनी चाहिए।’’
केजरीवाल ने स्पष्ट किया कि जिस दिन राष्ट्रपति ने इन कानूनों पर हस्ताक्षर कर दिए थे, उसी दिन ही सभी देश में कानून लागू हो गए थे, किसी प्रदेश के हाथ में नहीं है कि वह कानून लागू करे या न करे। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारी किसान दिल्ली तक आ कर केंद्र सरकार से यह कानून रद्द करवाने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रदेश के हाथ में कानून रद्द करने की पावर होती तो किसान अपने प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से यह कानून वापस करवाने की मांग करते। उन्होंने कहा कि आज जो किसानों की ओर से लड़ाई लड़ी जा रही है, वह सिर्फ किसानों की ही लड़ाई नहीं है, बल्कि हम सबकी लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हम जो दो वक्त की रोटी खाते हैं, वह किसानों के खून-पसीने और मेहनत के साथ पैदा किए अनाज की रोटी होती है और हम सब को इन किसानों का भरपूर साथ देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने दिल्ली के स्टेडियमों को जेलों में तब्दील करने के लिए मेरे (अरविंद केजरीवाल) पर कई तरह के दबाव डाले गए, परंतु मैं किसानों के हक़ में डटा रहा और उनके प्रस्ताव को मानने से मना कर दिया। इसके बाद केंद्र की मोदी सरकार मेरे से खफ़़ा है।’’
उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुखातिब होते हुए कहा कि, ‘‘कैप्टन साहेब किस के दबाव में आ कर मेरे खि़लाफ़ झूठे प्रचार कर रहे हैं। उन्होने कहा कि लोगों को पता है कि कैप्टन के परिवार को ई.डी. की ओर से भी बुलाया गया था, कहीं आप इस दबाव में आ कर दोष तो नहीं लगा रहे या फिर भाजपा के साथ अपनी दोस्ती निभा रहे हो।’’
केजरीवाल ने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर पलटवार करते हुए कहा कि कैप्टन के पास इस कानून को रोकने के लिए कई अवसर थे, परंतु कैप्टन ने कोई कोशिश नहीं की। उन्होंने कहा कि इन कानूनों के लिए केंद्र की ओर से बनाई गई हाई पावर कमेटी में कैप्टन अमरिंदर सदस्य थे। उस समय कैप्टन लोगों में आ कर यह क्यों नहीं बताया कि यह कृषि विरोधी काले कानून आ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि आज दिल्ली की सीमाओं पर किसान अपने हकों के लिए लड़ रहे हैं और उनके पुत्र नौजवान देश की सरहदों पर देश की सुरक्षा करते हुए शहीद हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब हकों के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को देशद्रोही कहा जाता है तो फिर देश के सरहदों पर तैनात नौजवानों पर क्या बीतती होगी?
केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के वॉलंटियरों को अपील की कि वह राजनीति से ऊपर उठ कर सेवादार के तौर पर अन्नदाता की सेवा करें। केजरीवाल ने किसान संघर्ष के मद्देनजर कहा कि वह (‘आप’ व दिल्ली सरकार) न किसी तरह की राजनीतिक कर रही है और न ही किसानों के नाम पर किसी को राजनीतिक करने देंगे।
केजरीवाल ने केंद्र की मोदी सरकार को अपील की है कि किसानों की मांगों को जल्दी पूरा किया जाए।