ग़लतियां दूसरों की ढूंढने से पहले,
अच्छा है खुद का मुआयना कर लें।
किसी को बुरा भला कहने से पहले,
क्यों ना खुद का मूल्यांकन कर लें।
किसी को गिराकर नहीं उठता कोई,
पहले खुद को भी गिराना पड़ता है।
खुद उठ जाता है ऐसा नज़रों में कोई,
जो सबके हितों के लिए लड़ता है।
बृज किशोर भाटिया, चंडीगढ़
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