चण्डीगढ़ ,
11 मई 2018
दिव्या आज़ाद
प्राचीन कला केन्द्र के नियमित मासिक बैठकों की श्रृंखला में 246 वीं कड़ी में आज 11मई को चण्डीगढ़ के डाॅ.एम.एस.रंधावा सभागार पंजाब कला भवन में दिल्ली से आई युवा एवं प्रतिभाशाली कुचीपुड़ी नृत्यांगना कृष्णा बाबू ने अपनी प्रस्तुति देकर यादगारी शाम को संजोया।
कृष्णा बाबू ने प्रारंभिक शिक्षा अपनी मां से प्राप्त की । उपरांत केरला कलामंडलम से कुचीपुड़ी नृत्य की शिक्षा प्राप्त की। इन्होंने सरकार से ब्ब्त्ज् से स्कारलशिप प्राप्त की । और बहुत से कार्यक्रम में प्रस्तुति देकर खूब वाहवाही बटोरी है ।
आज के कार्यक्रम की शुरूआत कृष्णा ने गणपति स्तुति से की। जिसमें उन्होंने भगवान गणेश की वंदना से कार्यक्रम की भक्तिमयी शुरूआत की। ये रचना राग मालिका ताल तिस्र एकम में निबद्ध थी । उपरांत कुचीपुड़ी शिवाष्टकम राग मोहन में प्रस्तुत किया। जिसमें कृष्णा ने भगवान शिव की आराधना नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की। जिसे दर्शकों ने खूब सराहा । कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए कृष्णा ने दुर्गा स्तुति प्रस्तुत की । कार्यक्रम का समापन कृष्णा ने पारम्परिक तरंगम से किया जो कि राग शंकरावर्णम में निबद्ध था।
कार्यक्रम के अंत में केन्द्र के चैयरमैन श्री एस.के.मोंगा,रजिस्ट्ार डाॅ.शोभा कौसर एवं सचिव श्री सजल कौसर ने कलाकार को पुष्प देकर सम्मानित किया।