चंडीगढ़
21 नवंबर 2019
दिव्या आज़ाद
जीरकपुर में गत दिंनो  सामाजिक कार्यकर्ता के चौकीदार कुलविंदर सिंह ने अपने ऊपर हुए जानलेवा हमले के दोषी भू माफिया अमित नंदा, व कांग्रेस नेता पवन शर्मा व अन्य आदमियों पर इल्ज़ाम लगाते हुए कहा कि मंगलवार सुबह अम्बाला जीरकपुर रोड पर स्थित आलमजीत सिंह मान के ऑफिस से उन्हें उठाया और मारते पीटते हुए ले गए तथा जानलेवा हमला किया और जीरकपुर पुलिस स्टेशन के बाहर फेक गए और साथ ही कह गए कि तेरे मालिक से जो होता है कर ले। पुलिस हमारी जेब मे है। हमें किसी का डर नही है।
इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए आज चंडीगढ़ प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सामाजिक कार्यकर्ता और स्टेट अवार्डी आलमजीत सिंह मान ने कहा कि ये उनका और अमित नंदा व पवन शर्मा के बीच का पुराना मामला है। उन्होंने मुझसे बदल लेने के लिए अब उनके स्टाफ को टारगेट करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते उन्होंने अपने गुंडों के साथ मिलकर उनके चौकीदार कुलविंदर सिंह पर जानलेवा हमला किया और अधमरी हालात में उसे पुलिस स्टेशन के आगे फेंक गए थे। आलम जीत सिंह ने बताया कि कांग्रेस नेता पवन शर्मा,  भूमाफिया और बिल्डर अमित नंदा एवम उनके अन्य साथी स्थानीय पुलिस,  स्थानीय नेताओ, कुछ केंद्रीय नेता और आई जी आर के जैसवाल इत्यादि शामिल है। जो मिल कर उनकी जमीन हथियाना चाहते है।  उनके  साथ इन्होंने करार किया,  तब भी उनके पैसे नही दिए और ठगी करके उनके नाम पर 100 करोड़ इकठे किये ओर दुबई मे प्रोपर्टी खरीद ली। जोकि बेनामी है। यह  पवन शर्मा और अमित नंदा गुंडे  है जो कि मारपीट करके पुलिस स्टेशन के सामने लोगो को फेंक देते है। जिनमे कानून नाम की चीज़ का डर नही है  ऐसे लोगो के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए, ताकि जीरकपुर के लोगो को गुंडागर्दी से राहत मिल सके नही। तो ये भूमाफिया मुम्बई की तर्ज़ पर काम करके लोगो को उनकी जमीन और घर से बेदखल कर देगा।
आलमजीत सिंह मान ने बताया कि अमित नंदा, पवन शर्मा व अन्य को केंद्रीय नेताओं, पुलिस आलाधिकारियों की शह मिली हुई है। जिनकी बदौलत ये सब गुंडागर्दी कर धक्के से जमीनें हथियाने पर लगे हुए है। उनके साथ भी इन्होंने धोखे से जमीन के खरीद फरोख्त में धोखाधड़ी करते हुए उनके करोडों रुपये दबा लिए। और उल्टा उन्हें ही पार्टी बनाते हुए उनके खिलाफ झूठी एफ आई आर दर्ज करा दी। इससे उन्हें काफी दुख हुआ कि उनके साथ हुए जमीन के सौदे को उन लोगों ने पेमेंट न देने की बजाए ऐसे किया। जिससे उन्होंने भी माननिय अदालत का दरवाजा खटखटाया और इन सबके खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और डराने धमकाने की गुहार लगाई। मामला अदालत में विचाराधीन होने के बावजूद भी ये सब गलत हथकंडे अपनाते हुए उनके कर्मचारियों से मारपीट पर उतर आए है।  उन्होंने मांग की कि पुलिस इस मामले की गंभीरता को देखते हुए आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे और उन्हें इंसाफ दिलाये।उनहोंने मांग की कि उन्होने इस मामले में पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और डी जी पी पंजाब दिनकर गुप्ता और हरियाणा के डी जी पी से भी अपील की है कि इस मामले की गहनता से जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया जाए, जिसमे पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज,  रिटायर्ड आई ए एस और आई पी एस अधिकारी शामिल किए जाए, जो इसकी गहनता से जांच करे और ठगे जा रहे लोगों को इंसाफ मिल सके, और इस प्रकार के भूमाफिया पर लगाम कसी जा सके। भविष्य में इस प्रकार के भूमाफिया फिर से सक्रिय न हो सके।

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