चंडीगढ़
3 जुलाई 2021
दिव्या आज़ाद
अफगानी मूल के रोमन खान व मलेरकोटला की परवीन अख्तर अफगानी फ़ूड को चंडीगढ़ में पहली बार पेश कर रहे हैं, रोमन खान ने बताया कि अफगानी चिकन हो या फिर अफगानी छाछ , शहर के दिल व सबसे पुराने व प्रेस्टीजियस फ़ूड कोर्ट अरोमा में चंडीगढ़ के फूडी व जायके के शौकीनों के लिए शहर में पहली बार अफगानी जायके चखने को मिलेंगे ।
भारत के लोग खाने पर औसतन 1 घंटा 24 मिनट देते हैं. हालांकि खाने की तैयारियों में यहां ज्यादा समय दिया जाता है. इसकी बड़ी वजह ये भी है कि हम बाहर खाने से ज्यादातर परहेज करते हैं।
दुनिया में शौकीन लोगों की कमी नहीं है। शौक किसी भी चीज का हो सकता है. गाने का, घूमने का, खेलने का…. खाने-पीने का. दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां के लोग खाने-पीने के शौकीन हैं. इन देशों के लोग खाने में इतने माहिर हैं कि घंटों तक खाते ही रह जाते हैं. बहुत सारे लोग तो इतने चटोर होते हैं कि थाली चाट कर खा जाते हैं.अरोमा के जुमेहरिया में अफगानी व्यंजनों की भरमार होगी व दीवाली के पास रोमन व परवीन खास अफगानी मेवे भी चंड़ीगढ़ वासियों को उपलब्ध कराएंगे।
जुमेहरिया में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन शामिल रहेंगे. टिक्का कबाब, चोपन कबाब ,शामी कबाब, फ़हम चिकन, मटन कोरमा, काबुली पुलाव, साफी पुलाव, अफगानी सलाद,डेज़र्ट में केसर फिरनी , अफगानी दोघ , अफगानी ग्रीन टी , बुरानी बनजन, फ्राई कबाब ,सहित अन्य प्रकार के व्यंजन उपलब्ध होंगे ,बताया परवीन व रोमन ने ।