चंडीगढ़
4 मार्च 2019
दिव्या आज़ाद
आर्य समाज सेक्टर 22 में महाशिवरात्रि ऋषि बोध उत्सव बड़ी धूमधाम से संपन्न हो गया है।  इस मौके पर  श्रीकृष्ण आर्ष गुरुकुल गौमत, अलीगढ़ से पधारे आचार्य स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती ने कहा कि शिव कल्याणकारी है।  वह हर कोई शुभ है जो कल्याण के रास्ते पर चलकर कल्याण का कार्य करता है।  डॉक्टर केएस आर्य ने कहा कि स्वामी जी ने अपने जीवन काल में 66 पुस्तकें लिखी। इसके लिए उन्होंने 10000 मंत्रों का साक्षात्कार तथा 3,000 पांडुलिपियों का अध्ययन किया।  उन्होंने बताया कि ऋषि दयानंद सरस्वती जी को शिवरात्रि के दिन सच्चे शिव का बोध हो गया था।  डॉ. आर्य ने स्वामी दयानंद की कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर विस्तृत प्रकाश डाला। श्रीमद दयानंद ज्योतिर्मठ गुरुकुल पौंधा,  देहरादून से पधारे डॉ धनंजय ने गुरुकुल शिक्षा प्रणाली पर बल दिया।
आर्य प्रादेशिक प्रतिनिधि सभा जालंधर के महामंत्री ओम प्रकाश आर्य कहां की जल्दी ही वेद के प्रचार प्रसार के लिए 52 एपिसोड तैयार किए जा रहे हैं।  जिसमें ब्रह्मांड से लेकर वेद की शिक्षा के अंतर्गत कृष्ण, कबीर,  दयानंद,  विवेकानंद, गुरु गोविंद सिंह आदि महापुरुषों का परिचय जन-जन तक पहुंचाया जाएगा इसके लिए सक्रिय कार्यकर्ताओं का एक संगठन बनाया गया है। इस संगठन में चंडीगढ़ से सोम दत्त शास्त्री जी को संयोजक नियुक्त किया गया है।  उन्होंने बताया कि इस कार्य में इस कार्य को करने के लिए अन्य मतों के धर्माधिकारी भी लिए जाएंगे। वेद की शिक्षा का मुख्य उद्देश्य मनुर्भव है।  इसमें किसी भी प्रकार से  संप्रदायिकता की भावना नहीं होगी।
कार्यक्रम के दौरान मुजफ्फरनगर से सतीश सुमन एवं  सुभाष राही ने मधुर भजन पेश किए। इस मौके पर बनी सिंह, सोम दत्त शास्त्री, सुरेंद्र सिंह, प्रेमचंद गुप्ता,  शिव नारायण कौशिक, रामेश्वर गुप्ता,  अनिल वालिया,  महेश आर्य, यशपाल आर्य,  ईशम कुमार, लक्ष्मण प्रसाद शास्त्री, धन सिंह प्रेमलाल,  सतपाल,  कमल कृष्णा महाजन,  सतपाल सिंह, सुदेश कुमार डॉ. विनोद कुमार शर्मा, अशोक आर्य आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।

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