आजकल चंडीगढ़ मीडिया में एक नया ट्रेंड शुरू हो चुका है। आपको मालूम ही है कि किस प्रकार चंडीगढ़ मीडिया में ऐसे लोग आ चुके हैं जो न तो पत्रकार हैं, न ही इनको न्यूज़ लिखनी आती है और न ही इन्होंने जर्नलिज्म किया है। लेकिन रवैया इनका ऐसा है कि जैसे पूरी मीडिया के मालिक ही ये हों।
अब इन स्वयंभू पत्रकारों ने एक नया ट्रेंड निकाला है। पहले तो ये गिफ़्ट और खाने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस में जाया करते थे। लेकिन अब बिना प्रेस कॉन्फ्रेंस में गए ही इनको गिफ़्ट अपने घर पर चाहिए। इसके लिए इन्होंने तरीके निकाले हैं कि इन्होंने इवेंट में जाने वाले पत्रकारों से सेटिंग कर ली है।
ये हर इवेंट से पहले किसी न किसी पत्रकार को फ़ोन कर देते हैं कि जहां भी जाएं और गिफ़्ट मिल रहा हो तो पीआर से हमारा गिफ़्ट ले लेना। अब वो पत्रकार अपना गिफ़्ट लेने के बाद पीआर से कहते हैं कि उस स्वयंभू पत्रकार का गिफ़्ट भी दे दो। ऐसा किसी एक इवेंट या एक पीआर को नहीं कहा जाता बल्कि सभी इवेंट्स में सभी पीआर से डिमांड की जाने लगी है।
शायद आजकल पत्रकार भी यह भूल गए हैं कि मीडिया में काम करने का मतलब गिफ़्ट नहीं है। मीडिया का मतलब न्यूज़ है और ऐसे लोग गिफ़्ट के लिए अपना लालच दिखा रहे हैं जिनको न्यूज़ तक लिखनी नहीं आती है। गिफ़्ट हमें आभार व्यक्त करने के लिए दिया जाता है वो भी हमारे काम के लिए। अगर असली पत्रकार भी ऐसे स्वयंभू पत्रकारों के ऐसे व्यवहार को बढ़ावा देंगे तो जाने क्या ही होगा चंडीगढ़ मीडिया का।
कभी एक आधी बार किसी को गिफ़्ट रखने के लिए बोल दिया तो ठीक है लेकिन हर इवेंट में बिना गए, बिना काम किए घर बैठ कर गिफ्ट्स की डिमांड रखना बहुत ही ज़्यादा अनप्रोफेशनल है। स्वयंभू पत्रकारों ने चंडीगढ़ मीडिया का बहुत ही ज़्यादा बुरा हाल कर दिया है। जाने और क्या-क्या ट्रेंड लेकर आएंगे ये इसके बाद।
आप पत्रकार की बात करते है , आजकल जो गिफ्ट लेकर खबर लिखते है उनकी ही कद्र होती है। सवाल पूछने वाले की शिकायत उसके आफिस पहुंचने से पहले उसके बॉस तक पहुंच जाती है।