चंडीगढ़
23 नवंबर 2021
दिव्या आज़ाद
जहाॅं लोग कालेज के बाद जाॅब की तलास में देष विदेष में संभावनायें तलाषने में जुट जाते थे, वहीं आज लगभग कुछ वर्शों से भारतीय युवा स्वरोजगार की तरफ जादा आकर्शित हो रहे हैं। और लोगों को रोजगार देने से पीछे नही हट रहे। खास तौर से देखा जाय तो स्वरोजगार की तरफ लड़कों से ज्यादा लड़कियाॅ ध्यान दे रही है।
आर्किटेक्ट निकिता, निकिता डेकोर वल्र्ड की निदेषक है, निकिता ने 2018 में कालेज के तुरन्त बाद कम्पनी की जिम्मेदारी अपने हाॅथों मे ली और पापा के अनुभवों का फायदा उठाते हुए सकारात्मक सोच के साथ आगे बढी और कम्पनी आज लाखों से करोडों का टर्नओबर कर रही है, निकिता आज सैकड़ो लोगों के रोजगार का सहारा बनी हुई है।
निकिता के पापा विकी चैहान ने बाताया कि हमने निकिता के जन्म के साथ ही 1994 में इस कम्पनी की सुरूआत की थी और आज निकिता के साथ आने के बाद कम्पनी ने काफी अच्छी ग्रोथ की है, ये सब उनकी सकारात्मक सोच और सुझ-बूझ से ही सम्भव हो पाया है। और अब हमें काफी अच्छे प्रोजेक्ट भी मिल रहे हैं। और कम्पनी ने लाॅक डाक में भी अपने वर्करों की हर सम्भव मदद की जिसके चलते आज भी वे हमारे साथ सकारात्मक सोच के साथ जुडे हुए हैं।