31 जनवरी 2018
दिव्या आज़ाद
पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल के बाद जितने भी रेल मंत्री बने उन्होंने चण्डीगढ़-हरिद्वार रेल सेवा को अपनी प्राथमिकता से हटा दिया। यह कहना है जेडआरयूसीसी ( जोनल रेलवे यूज़र्स कंसल्टेटिव कमेटी ) के पूर्व सदस्य परमजीत सिंह का। उन्होंने कहा कि पवन बंसल ने इस रेल सेवा की जरूरत को महसूस करते हुए इसके लिए काफी अथक प्रयास किए थे परंतु उनके बाद किसी ने इस रेल सेवा की सुध नहीं ली जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व शहर की जनता के लिए अन्यायपूर्ण है। उन्होंने कहा कि वर्तमान सांसद तो इसके प्रति बिल्कुल भी संजीदा नहीं दिखती क्योंकि उन्होंने अपने पूरे कार्यकाल में इस बारे में कभी कहीं किसी भी मंच से जिक्र नहीं किया। परमजीत सिंह, जो चण्डीगढ़ कांग्रेस के सचिव भी हैं, ने कहा कि जल्द से जल्द इस रेल सेवा को शुरू करके चंडीगढ़वासियों की लंबे समय से लंबित मांग को पूरा किया जाए जिससे आम जनता को सहूलियत मिल सके। इसके अलावा उन्होंने हवाई सेवा की तर्ज पर शताब्दी गाडिय़ों में फ्लैक्सी फेयर का प्रावधान करने को भी आम जनता के साथ अन्याय करार दिया। उन्होंने कहा कि फ्लैक्सी फेयर के कारण किराये आम जनता की पहुंच से बाहर हो गए हैं। परमजीत सिंह ने केंद्र की भाजपानीत सरकार पर बरसते हुए कहा कि इस सरकार के शासनकाल में हर वर्ग को कोई राहत नहीं मिल रही है व देश में अत्यंत निराशापूर्ण माहौल बना हुआ है। उन्होंने कहा कि यदि कल प्रस्तुत होने वाले रेल बजट में भी चण्डीगढ़-हरिद्वार रेल सेवा की मांग पूरी नहीं होती तो सांसद किरण खेर को नैतिक आधार पर इस्तीफा देकर मुंबई लौट जाना चाहिए।