हंसना अच्छा होता है सेहत पाने के लिए
खुश रहने ओर खुशीयां बंटवाने के लिए
साथियों के साथ बैठ खुशी मनाने के लिए
ना हंसें खुद की गलती को छुपाने के लिए
फैंके नां यूंही पथरों को दूसरों के घरों में
अपने घरों को सुरक्षित तो कर लीजिए
अगर अपने घर मे बहु बेटियां हों पलती
किसी की बेटी की तरफ उंगली ना कीजिए
बैठे हों गर ग्रुप बनाकर दोस्तों के संग
तो शब्द बोलने से पहले तोल लीजिए
उम्र/शिक्षा से ना व्यक्ति जाना जाता है
आचरण ही उसकी पहचान करवाता है
जहां मतभेद हों वहां बैठा न कीजिए
नां माने कोई तो उससे किनारा कीजिये
जहां बैठें मज़ा लेने और लड़ने के लिए
बेहतर नां बैठें वहां, अकेले रह लीजिए
–बृज किशोर भाटिया,चंडीगढ़