चंडीगढ़
30 मई 2017
दिव्या आज़ाद
पंजाब की कृषि और लोगों से जुड़े गाँव बारडवाल के रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता और संगरूर सेंटरल कोआपरेटिव बेंक के पूर्व डायरैकटर जगरूप सिंह ने आज चंडीगढ़ प्रैस क्लब में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहाकि पंजाब में पिछली सरकारों की ओर से किसानों को सिर्फ दिलासा ही दिया गया, जिस का नतीजा पंजाब में सैकड़ों किसानों ने आत्महत्यां की। अब कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार ने चुनाव के समय किसानों से अपना किया वायदा पूरे करने से दूर जा रही लगती है।
जगरूप सिंह ने कैप्टन सरकार को किसानों की आत्महत्यां को रोकने के लिए सुझाव देते हुए कहा कि आज के समय की ज़रूरत है पंजाब के किसानों को जागरूक करने की किसान अब कृषि के धंधे के साथ सहायक धंधों को भी अपनाए जिस से कुछ हद तक आत्महत्यांको रोका जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिए कि सरकार खेती बाड़ी सोसाइटियों को अधिक सुविधायें दे जैसे खाद, कीड़ा मार दवाइयाँ और ट्रेक्टर, खेती बाड़ी सोसाइटियों के पास होने चाहिए जिस से छोटे कृषि औजारों का सभी छोटे किसानों को ज्यादा फायदा मिल सकेऔर सरकार को छोटे किसानों के लिए एक संयुक्त कृषि की स्कीम लानी चाहिए ।
जगरूप सिंह ने सरकार को छोटे किसानों के लिए सहायक धंधों के लिए अलग महिकमा बनाने की सलाह दी, जिस में सरकार को डेरी फार्म, मख्खी पालन, मछली पालन, बकरियाँ पालन, सूअर पालन जैसे धंधों की तरफ़ ध्यान देना चाहइए। सरकार इसके साथ हीआचार और साबुन जैसे धंधों की तरफ़ ध्यान देना चाहिए ताकि किसान कर्जों से मुक्ति पा सके।