चंडीगढ़
8 जनवरी 2018
दिव्या आज़ाद
आल इंडिया राजीव मेमोरियल सोसायटी के अध्यक्ष राज नागपाल ने फिर से स्थानीय कांग्रेस प्रधान प्रदीप छाबड़ा को चंडीगढ़ कांग्रेस की कमान सौंपे जाने पर कड़ा विरोध दर्ज कराते हुए पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि चंडीगढ़ कांग्रेस में 30 टीसीसी सदस्य होते हैं। इसके अलावा महिला कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, सेवादल तथा इंटक आदि शाखाएं भी हंंै। साथ ही यहां पर तीन जिला कांग्रेस कमेटियां, 25 ब्लॉक कमेटियां भी हैं। अगर इन सभी के पदाधिकारियों की गिनती की जाए तो संख्या हजारों में जाती है। परंतु पवन बंसल व प्रधान छाबड़ा ने इस पार्टी को अपनी जेबी पार्टी बनाकर रख दिया है। इसका उदाहरण पिछले दिनों विभिन्न मुद्दों को लेकर स्थानीय कांग्रेस द्वारा चंडीगढ़ नगर निगम के घेराव के दौरान देखने को मिला जब इन दोनों ने घेराव को सफल करने के लिए पूरा जोर लगाया व सभी कांग्रेसियों को फोन कर करके बुलाया तब भी महज सौ लोगों की ही गिरफ्तारियां हो सकीं व पार्टी का मजाक भी बना। इस धरने में टीसीसी के कुछ सदस्य, जिला प्रधान, ब्लाक प्रधान, युवा कांग्रेस प्रधान, महिला कांग्रेस प्रधान, सेवा दल प्रधान व इंटक प्रधान एवं पार्टी के दस-बारह प्रकोष्ठों में से किसी का भी चेयरमैन व पदाधिकारी आदि नहीं पहुंचे। इसी से पता चलता है कि पार्टी के हालात क्या हैं। उन्होंने कहा कि अगर यही सिलसिला चलता रहा तो 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी की लोस चुनाव में जमानत ही नहीं बचेगी। उन्होंने कहा कि अभी वक्त है और आप समझदार भी हैं। अगर अभी कोई हल नहीं निकाला गया तो आगे और भी ज्यादा मुश्किल आएगी। उन्होंने कहा कि जब तक पुराने निष्ठावान, मेहनती, ईमानदार व कांग्रेसी विचारधारा वालेे कार्यकर्ताओं को पार्टी से दोबारा नहीं जोड़ा जाता व उनका बनता मान सम्मान नहीं किया जाता तब तक पार्टी में जान पडऩे की कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि उन पदाधिकारियों को पार्टी से दूर करना होगा जिनके पास न तो जनाधार है और न ही वहपार्टी के प्रति निष्ठावान हैं और उनके परिवार तक भी उनके साथ नहीं हैं। सिर्फ पवन बंसल की चमचागिरी व जी-हुजूरी करने वाले ही पिछले दस बारह सालों से पदाधिकारी बनते आ रहे हैं, जिससे पार्टी आम जनता से कट गई है। पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए युद्दस्तर पर प्रयास करना होगा।