चण्डीगढ़
5 अक्टूबर 2018
दिव्या आज़ाद
शिरड़ी के साई बाबा के शताब्दी वर्ष १५ अक्तूबर को संपन्न हो रहा है। 15 अक्तूबर 1998 को दशहरा के दिन दोपहर अढाई बजे बाबा ने शिरडी में अपनी देह त्याग दी थी। देश भर में 2018 को बाबा के शताब्दी वर्ष के रूप में मनाया गया।
15 अक्तूबर 2018 के बाबा के महासमाधि अवसर पर चंडीगढ़ शिरड़ी साई समाज ने भव्य कार्यक्रमों की शृंंखला रखी है।
महासमाधि वर्ष में कल 6 अक्तूबर शनिवार को सेक्टर 29 के बाबा के मंदिर से विशाल भव्य शोभायात्रा का आयोजन किया जा रहा है। यह भव्य शोभायात्रा दोपहर12 बजे बाबा की दोपहर की आरती के तुरंत बाद शुरू होगी। इसमें बाबा के जीवनपर झांकियों को सजाया गया है।
एक किलोमीटर लंबी यह शोभायात्रा सेक्टर 29,30,20, 21,22 अरोमा लाइट प्वाइँट से सेक्टर 34-35 डिवाईडिंग सडक़ से 34 मार्किट, सेक्टर 33,32,31 से होते हुए मंदिर परिसर सेक्टर 29 में संपन्न होगी।
सायं छह बजे सेक्टर 33 के टैरेस गार्डन के पास बाबा की धूप आरती के बाद चाय पानी का लंगर का आयोजन होगा। रात नौ बजे मंदिर परिसर में शोभायात्रा के समापन पर भंडारा की व्यवस्था भी होगी।
मंदिर कमेटी के प्रधान रमेश कालिया ने बताया कि शताब्दी वर्ष होने के कारण मंदिर परिसर व मंदिर की सडक़ों को विशाल गेट व लाईटों से सजाया गया है। उन्होंने बताया कि 13-14 एवं 15 अक्तूबर को तीन दिन की भजन संध्या मंदिर परिसर में होगी।
13 अक्तूबर को शिरड़ी के प्रसिद्ध भजन गायक प्रमोद मेढ़ी सायं सात बजे से भजन प्रस्तुत करेंगे। 14 अक्तूबर को को सायं सात बजे प्रसिद्ध कव्वाल हमसर हयात और 15 अक्तूबर को बाबा के महासमाधि समापन अवसर पर सायं सात बजे प्रसिद्ध गायक सतिंदर सरताज बाबा का गुणगान करेंगे। इन तीनों दिन बाबा के विशाल भंडारा का आयोजन भी रखा गया है।