मेहरा एनवायरमेंट एंड आर्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा सरिता मेहरा ने जन्मदिन पर पौधारोपण किया

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चंडीगढ़

5 नवंबर 2021

दिव्या आज़ाद

मेहरा एनवायरनमेंट एंड आर्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा सरिता मेहरा ने अपने जन्मदिन पर सेक्टर 24 के पार्क में पौधारोपण किया। उन्होंने कहा कि वैसे भी आजकल त्यौहारों का महोत्सव चल रहा है जिसमें दीवाली, गोवर्धन पूजा, विश्वकर्मा दिवस, भाई दूज के त्यौहार प्रमुखता से है। इसलिए हम कईं दिनों से लगातार आसपास की पार्कों में पौधे लगाते आ रहें हैं। आज भी सृजन, निर्माण, वास्तुकला, औजार, शिल्पकला, मूर्तिकला एवं वाहनों समेत समस्त संसारिक वस्तुओं के अधिष्ठात्र के देवता विश्वकर्मा जी का जन्मोत्सव है। वहीं सौभाग्य से मेरा जन्मदिन भी है इसलिए आज भी हमनें पौधारोपण किया और कल भाई दूज पर भी हम पौधारोपण करेंगे।


आगे सरिता मेहरा ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विश्वकर्मा जी ने सोने की लंका का निर्माण किया था। इनकी तीन पुत्रियाँ ऋद्धि, सिद्धि और संज्ञा हुई हैं। जिनमें से ऋद्धि सिद्धि का विवाह भगवान चंद्रशेखर और माता पार्वती के सबसे छोटे पुत्र भगवान गणेश से हुआ था तथा संज्ञा का विवाह महर्षि कश्यप और देवी अदिति के पुत्र भगवान सूर्यनारायण से हुआ था। यमराज, यमुना, कालिंदी और अश्वनीकुमार इनकी ही संताने हैं। इन सभी देवी-देवताओं का संबंध सीधे तौर पर प्रकृति से ही रहा है या यूँ कहे कि प्रकृति उनसे ही है। इसलिए हमें वर्तमान में अपने पर्यावरण और प्रकृति को बचाने के लिए ओर अधिक प्रयास करने होंगे और अधिक से अधिक पेड़ -पौधे लगाने होंगे ताकि सृष्टि को ओर अधिक प्रदूषण मुक्त होने से बचाया जा सके। 


वहीं संस्था के संस्थापक कुलदीप मेहरा ने कहा कि पेड़-पौधौं से ही हमारा जीवन है यह समस्त प्राणी जगत को प्राण वायु देते हैं। इसलिए हम किसी न किसी बहाने से पौधारोपण करना चाहते है, उसका मतलब सिर्फ इतना सा है कि इस बहाने पर्यावरण को साफ सुथरा करने में सहायता मिल जाती है। हम समाज में सकारात्मक संदेश देने के लिए कोशिश करते रहते है। हम पहले भी देश के महान धार्मिक गुरुओं, संत-महात्माओं, गणमान्य व्यक्तियों के जन्मोत्सव पर पौधारोपण करते आ रहें है। इस तरह के कार्यक्रम करने से लोगों में पेड़-पौधों के प्रति भावनाएं तो जुड़ी ही रहती है साथ ही पौधों की देखभाल भी अच्छी तरह से हो जाती है। 


इस पौधारोपण पर मेहरा एनवायरनमेंट एंड आर्ट फाउंडेशन चंडीगढ़ के संरक्षक दरयाल सिंह मेहरा, संस्थापक एवं चेयरमैन कुलदीप मेहरा, संस्था की अध्यक्षा सरिता मेहरा, दिष्टि मेहरा एवं यशवी मेहरा उपस्थित रहे।

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