जैसे जैसे देश व चंडीगढ़ शहर में न्यूज़ पोर्टल्स बढ़ते जा रहे हैं, वैसे ही उनकी तरक्की को रोकने के लिए भी बहुत से लोगों ने प्रयास करने शुरू कर दिए हैं।

पिछले कुछ समय से व्हाट्सएप व अन्य सोशल मीडिया पर यह खबरें आने लगी हैं कि वेब पोर्टल्स को जल्द बंद कर दिया जाएगा। जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डिजिटल इंडिया को बढ़ावा देने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर सरकार का नाम लेकर ऐसे मैसेज फॉरवर्ड किए जाते हैं। बाद में पूरी जांच पड़ताल करके पता चलता है कि यह मैसेज फेक हैं। यह केवल न्यूज़ वेब पोर्टल्स का हौंसला तोड़ने के लिए किया जाता है।

अब बात करें तो क्यों होता है ऐसा? न्यूज़ पोर्टल्स की भरमार हो चुकी है। बहुत से पत्रकार अपना काम छोड़ न्यूज़ पोर्टल्स चलाना शुरू कर चुके हैं। बहुत से स्वयंभू पत्रकार भी अपने न्यूज़ पोर्टल्स चला रहे हैं। इसको देखते हुए अकसर तो कुछ साथी पत्रकारों में ही ईर्ष्या पैदा हो जाती है। इस ईर्ष्या के चलते फिर कुछ लोग नकली मैसेज बनाकर ग्रुप्स में फॉरवर्ड करना शुरू कर देते हैं।

क्या लिखा होता है मैसेज में? ज़्यादातर जो मैसेज आते हैं उनमें लिखा होता है कि जो न्यूज़ वेब पोर्टल रजिस्टर नहीं हैं और फिर भी काम कर रहे हैं, सरकार जल्द उनको बंद करेगी या उन पर कार्यवाही करेगी। लेकिन कोई ये बताए कि वेब पोर्टल्स को रजिस्टर करना कहां है?

सरकार ने कौन सी ब्रांच, कौन सी साइट, किसको न्यूज़ वेब पोर्टल्स रजिस्टर करने की जिम्मेदारी सौंपी है? आरएनआई वाले कहते हैं हम केवल अखबारों के काम देखते हैं, ब्रॉडकास्ट वाले कहते हैं हमारे काम चैनल्स तक ही है। तो न्यूज़ वेबसाइटों को रजिस्टर कर उनको मान्यता देना किसका जिम्मा है???

जितनी भाग-दौड़ वेब पोर्टल्स वाले करते हैं उतनी आज के समय में मेनस्ट्रीम मीडिया भी नहीं कर रहा है। वेब पोर्टल्स वाले सबसे पहले ख़बर लगाते हैं और उसको ही कॉपी करके मेनस्ट्रीम मीडिया अपना काम चला लेती है। हम यहां बड़े व छोटे सभी वेब पोर्टल्स की बात कर रहे हैं। बड़े पोर्टल्स को यह फायदा है कि वे किसी न किसी चैनल या अखबार के नाम से ही चल रहे हैं। लेकिन नए व छोटे न्यूज़ पोर्टल्स चलाने वालों को दुगनी मेहनत करनी पड़ती है उसके बाद भी उनको कहीं मान्यता नहीं दी जा रही है। लेकिन फिर भी वे डटे हुए हैं।

माना कि बहुत से लोग पोर्टल्स की आड़ में गलत काम भी करते हैं लेकिन जब तक कोई नियम या ब्रांच नहीं बनाई जाएगी जो पोर्टल्स को रजिस्टर कर उनके काम पर नज़र रखे तब तक सही और गलत दोनों जारी रहेंगे।

कुछ गलत के चलते हम सही तरीके से मेहनत करके काम करने वाले न्यूज़ पोर्टल्स को भी कम नहीं आंक सकते न!!

LEAVE A REPLY

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.