चंडीगढ़

11 अप्रैल 2019

दिव्या आज़ाद

चंडीगढ़ संसदीय सीट पर कांग्रेस द्वारा पवन कुमार बंसल के नाम की घोषणा होने के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थी कि संजय टंडन को भाजपा की ओर से टिकट मिल सकती है। चार बार के एमपी रह चुके बंसल को टक्कर देने के लिए भाजपा को 1 दमदार उम्मीदवार की जरूरत है। ऐसा माना जा रहा था कि वह उम्मीदवार संजय टंडन हो सकते हैं।

सूत्रों के मुताबिक यदि भाजपा द्वारा संजय टंडन को चंडीगढ़ से टिकट मिलनी होती तो अब तक मिल चुकी होती। उनको अब तक टिकट ना मिलने का मतलब है कि कोई पेंच फंस गया है। इसके अलावा भाजपा से तीसरी उम्मीदवार निवर्तमान सांसद किरण खेर हो सकती थीं। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार किरण खेर का पवन कुमार बंसल को एक दमदार टक्कर देना थोड़ा मुश्किल ही है। इसके चलते संजय टंडन और सत्य पाल जैन के नामों की अटकलें लगनी शुरू हो गई थी जिसमें संजय टंडन आगे लग रहे थे।

लेकिन अब तक घोषणा न होने का साफ मतलब है कि सत्यपाल जैन को टिकट मिलने की संभावना ज्यादा हो चुकी है और बहुत जल्द भाजपा द्वारा यह घोषणा भी कर दी जाएगी। जिस प्रकार कांग्रेस द्वारा एक चतुराई पूर्ण कदम उठाते हुए एक पुराने विश्वसनीय नेता पवन कुमार बंसल को मैदान में उतारा गया है, उसको देखते हुए भाजपा भी एक अनुभवी नेता को ही उनके खिलाफ खड़ा करने का फैसला लेगा। इस पूरी दुविधा का मुख्य कारण है पवन कुमार बंसल का बनिया समुदाय से होना। इस समय चंडीगढ़ से बनिया समुदाय की वोट करीब सवा लाख है जोकि पवन कुमार बंसल को थोक के हिसाब से वोट पड़ने की संभावना को बढ़ा देती है। इस स्थिति को देखते हुए ही भाजपा सत्यपाल जैन को टिकट देने पर विचार कर रही है। परंतु किरण खेर और संजय टंडन ने भी जोर तो पूरा लगाया हुआ है।

जानकारों के मुताबिक संजय टंडन को अगर टिकट मिलनी होती तो अब तक मिल चुकी होती लेकिन अब सत्यपाल जैन का नाम आगे आ चुका है। सत्यपाल जैन दो बार पवन कुमार बंसल को हराकर चंडीगढ़ से सांसद रह चुके हैं। इसके अलावा वे इस वक्त भारत सरकार के एडीशनल सॉलिसिटर जनरल हैं। जैन पूरा दमखम रखते हैं कि वे बंसल को कड़ी टक्कर दें।

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