तिवारी ने कहा कि प्रशासन बच्चों को दाखिला न देकर उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है। उन्होंने कहा की जहां एक तरफ सरकार घर-घर बच्चों को साक्षर बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं चला रहे हैं व दिन-रात प्रचार अभियान छेड़ रखा है, वहीं यहां का प्रशासन इसमें बढ़ा दाल रहा है व जनता को शहर में बच्चों को दाखिले के लिए धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है। यह प्रशासन की बहुत बड़ी लापरवाही है जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्षद चंद्रावती शुक्ला ने कहा कि गरीब मजदूर बेसहारा बच्चों को दाखिला दिलाने के लिए प्रिंसिपलों तथा शिक्षा अधिकरियों के पास बार-बार चक्कर काटने पड़ते हैं व ये लोग हमारे साथ न तो ठीक से पेश आते हैं, ऊपर से गलत भाषा का उपयोग भी करते हैं। इनको आम जनता की कोई चिंता नहीं है। प्रशासन में गरीब जनता की सुनने वाला कोई नहीं है।
इस प्रदर्शन के दौरान मौके पर डिप्टी डीओ श्रीमती मोनिका मैनी पहुंचीं व उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रिंसिपल आर डी शर्मा व डीओ के पीए रघु के खिलाफ जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी एवं जिन बच्चों को दाखिला नहीं मिल रहा है उन बच्चों को भी दाखिला दिलाया जाएगा। इस आश्वासन के बाद धरना समाप्त हुआ।
इस अवसर पर गोपाल उर्फ पप्पू शुक्ला ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि प्रशासन ने प्रिंसिपल व रघु को बचाने का प्रयास किया तो फिर से संघर्ष का रास्ता अपनाया जाएगा। धरना ख़तम करते हुए तिवारी ने कहा कि क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे चंडीगढ़ में कहीं भी चंडीगढ़ शिक्षा विभाग बच्चों को एडमिशन देने में आनाकानी करता है तो अगला घेराव डीपीआई का किया जाएगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस प्रदर्शन में मुख्य तौर पर उपस्थित गणमान्य लोगों में नरेंद्र पांडे, हरिशंकर मिश्रा, देवेंदर सिंह औलख, महेंद्र दुबे, डॉक्टर प्रेम कुमार, अरविंद सिंह, धर्मवीर सिसोदिया, संजय चौबे, रमेश शर्मा, सरोज झा, डी डी त्रिपाठी, जगमाल, मुकेश राय, मनोज यादव, सोनू शाह, भोला जी, आशुतोष, अरविन्द पांडे, डीके पांडे, वासुदेवन आदि मौजूद थे