चंडीगढ़
14 फरवरी 2022
दिव्या आज़ाद
सोमवार को इंडस्ट्रियल एरिया के सभी व्यापारियों ने अपनी यूनिट के बाहर काले झंडे लगाए व काले कपड़े पहन कर 2.30 बजे अपने यूनिट्स बंद करके इंडस्ट्रियल एरिया फेस-2 से , पूरे इंडस्ट्रियल एरिया में रोष मार्च आयोजित किया। चंडीगढ़ के लगभग सभी बिजनेस एसोसिएशन भी, व्यापारी एकता मंच का साथ देते हुए रोष मार्च में सहभागी बने।
संघर्षरत व्यापारियों ने मांग की है के लोगों में डर का माहौल बनाने के लिए सर्वे करने की बजाय चंडीगढ़ प्रशासन लोगों की मांगों को ध्यान में रखते हुए। सैंपल सर्वे करवाएं और लंबे समय से लंबित पड़ी मांगों जिनमें लीज होल्ड से फ्री होल्ड करना और एफ़ ए आर रेशियो को बढ़ाना और एमएसएमईडी एक्ट के तहत छोटे व्यापारियों को होलसेल व्यापार करने की इजाजत देने की दिशा में कोई कारगर पॉलिसी बनाए।
व्यापारी एकता मंच के सदस्य दीपक शर्मा का कहना है कि हम यह ब्लैक डे मना कर प्रशासन को अपनी जायज डिमांड की ओर उनका ध्यान आकर्षित करना चाहते हैं ताकि व्यपारियों का वर्ग जो कि शहर को सबसे ज्यादा रेवेन्यू टैक्स के रूप में देता है। उनकी अनदेखी न की जाए। चंडीगढ़ प्रशासन एक ओर तो बड़े बड़े आई टी पार्क व स्टार्टअप पॉलिसी बना रहा है। लेकिन दूसरी ओर शहर में शुरू से स्थापित छोटे व्यापारियों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रहा है। गौरतलब है कि इंडस्ट्रियल एरिया के व्यापारी पिछले 8 दिनों से संघर्षरत हैं। वह पिछले 3 दिनों में उन्हें अपनी युनिट्स भी बंद रखीं व ट्रिब्यून चौक तक रोष मार्च भी निकाला व लगातार भूख हड़ताल पर भी रहे। लेकिन चंडीगढ़ प्रशासन के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। व्यापारी एकता मंच की मांग है। कि जल्द से जल्द प्रशासन उन्हें बुलाकर उनकी समस्याओं का समाधान करें। वरना यह संघर्ष पूरे शहर कि हर मार्केट में मज़बूरन मंच को करना पड़ेगा।