इस मौके पर चंडीगढ़ कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने पूर्व मेयर व नगर निगम को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजनों में शहर में इस तरह के बैनर आदि बहुत पहले से लगते आये हैं। कभी भी इस तरह का जुर्माना व कारवाई नही हुई लेकिन मेयर की बदले की भावना के कारण इतना कुछ हुआ है। शोभा यात्रा में मेयर को मुख्य अतिथि ना बनाने के कारण मेयर इस तरह की घटिया हरकत करेंगे उम्मीद नही थी। मेयर शायद भूल रहे है वो भी उसकी वाल्मीकि समाज से है जिस समाज के भगवान वाल्मीकि जी की शोभायात्रा के बैनर लगे थे और जिस गुरुचरण पर बदले की भावना से उन्हें निष्कासित किया गया है वो भी वाल्मीकि समाज से ही हैं।
अध्यक्ष लव कुमार ने कहा पूर्व मेयर राजनीति की रोटियां सेकने के लिए हर वक्त अपने उसी समाज का इस्तेमाल करते है व अपने आपको समाज का पैरोकार बनते है लेकिन आज इस तरह के वाक्यात ने ये साबित कर दिया है कि वे अपने समाज को वोट बैंक तक ही समझते है अन्यथा इस तरह का काम ना होता। उन्होंने मांग की कि नगर निगम जल्द से जल्द इस जुर्माने को वापिस ले और गुरुचरण सिंह को बहाल करें। इस पर्देशां में आशीष गजनवी, दीपक लुभाना, जिला उपाध्यक्ष उमेश कुमार (जेपी), जिला महासचिव सुखदेव सिंह, वार्ड अध्यक्ष आशु चौधरी, शानू खान, कुलविंदर टीता, मीडिया समन्वयक विनायक बंगिया आदि युवाओं को गिरफ्तार किया गये।